पीएम मोदी की झलक पाते ही आग बबूला हुए ‘पुजारी’, दिखाया बाहर का रास्ता!

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रसिद्धि और ख्याति से सभी भली-भांति परिचित हैं। देश ही क्या विदेशों में भी उनके नाम पर देखने वालों का हुजूम उमड़ पड़ता है। लेकिन एक जगह ऐसी भी है, जहां उनकी एक झलक मिलते ही लोग आग बबूला हो उठे। इतना ही नहीं वहां उनकी मौजूदगी देख बड़े सवाल खड़े हो गए। इसके बाद उन्हें तुरंत वहां से हटाने का निर्देश पारित कर दिया गया।

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नरेंद्र मोदी

बात कर रहे हैं केदारनाथ धाम की। भगवान के दर्शन पाने के लिए तीर्थयात्री दूर-दूर से सफ़र करके आते हैं।

ऐसे में मंदिर की दीवारों पर लेजर शो के जरिये भक्तों को एक 22 मिनट की फिल्म दिखाई जा रही  थी। इस फिल्म को भक्तों को मंदिर से जुड़ी कई ख़ास बातों से अवगत कराने के उद्देश्य से चलाया जा रहा था।

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इस फिल्म में बाबा केदारनाथ से जुड़ी सभी पौराणिक कथाओं का चित्रण दिखाया गया था। लेकिन 22 मिनट की इस फिल्म में 5 मिनट का पीएम मोदी का ऐड मंदिर अमिति के अध्यक्ष गणेश गोदियाल को रास नहीं आया।

इस बात से आग बबूला हुए अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने फ़ौरन इस लेजर शो को बंद किये जाने का निर्देश दे दिया।

खबरों की माने तो गोदियाल का कहना है, ‘हमने आस्था के प्रतीक बाबा केदारनाथ में इस लेजर शो को दिखाने वाली गुजरात की कंपनी को कहा कि बाबा केदारनाथ मंदिर की दीवारों पर अगर किसी को कुछ भी दिखाना है तो जरूर दिखाएं, लेकिन बाबा के मंदिर की दीवारों को किसी पार्टी विशेष के विज्ञापन के तौर पर अगर इस्तेमाल किया जायेगा तो हम तुरंत इस पर पाबंदी लगा देंगे।’

खबरों के मुताबिक़ 22 मिनट की फिल्म के 5 मिनट के उस हिस्से में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किये गए कामों का उल्लेख किया गया है।

उन्होंने कहा कि ये केदार का दरबार है, इसमें चाहे कोई राष्ट्रपति हो या प्रधानमंत्री किसी को भी अपने विज्ञापन दिखाने का कोई अधिकार नहीं है। वो चाहे कितना भी बड़ा व्यक्ति हो भगवान के समकक्ष नहीं हो सकता, फिर चाहे वो भाजपा के नेता हों या फिर कांग्रेस के, हम मंदिर को राजनीति का अखाड़ा बनने नहीं देंगे। हम मंदिर की दीवारों पर नरेंद्र मोदी के बारे में कुछ भी दिखाने नहीं देंगे।

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वहीं केदारनाथ के विधायक मनोज रावत ने भी साफ कर दिया कि हम ऐसा नहीं होने देंगे। बाबा केदार आराध्य देव हैं, जो किसी भी इंसान या व्यक्ति विशेष से बड़े हैं। इनका उपयोग राजनीति के लिए करना बेहद दुर्भाग्य की बात है।

मामले में बद्री केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष ने जब गुजरात की उस कंपनी से बात की जिसे लेजर शो को दिखाने का जिम्मा मिला है।

बातचीत के दौरान कंपनी ने माना कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सम्बंधित 5 मिनट के उस सीन को काट दिया जाएगा, जिसमें उनके किये हुए कार्यों का उल्लेख है। इसके बाद मंदिर समिति भी मान गई है।

उन्होंने कहा कि यहां केवल सिर्फ शिव भगवान से संबंधित चित्रण करने के लिए मंदिर समिति की ओर से कोई पाबंदी नहीं है।

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