
हापुड़ जिले के पिलखुवा नगर कोतवाली क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग के पिलर नंबर 76 के पास स्थित इन हाउस कैफे में शुक्रवार तड़के अचानक भीषण आग लग गई। आग सुबह करीब पांच बजे शुरू हुई, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। आग ने कुछ ही मिनटों में विकराल रूप धारण कर लिया और कैफे के अंदर रखे कुर्सियां, टेबल, मशीनें और इलेक्ट्रॉनिक सामान जलकर राख हो गए।
दमकल विभाग ने मौके पर पहुंचकर घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। गनीमत रही कि हादसे के समय कैफे बंद था, इसलिए कोई जनहानि नहीं हुई। कैफे मालिक मयंक के अनुसार, आग से लगभग 50 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को आग का कारण माना जा रहा है, और घटनास्थल पर विस्तृत जांच जारी है।
गाजियाबाद के मुरादनगर राधेश्याम विहार निवासी मयंक का यह कैफे राजमार्ग पर स्थित है। तड़के आसपास के लोगों ने कैफे से धुआं उठता देख मालिक को सूचना दी। कुछ ही देर में आग की लपटें दिखने लगीं, जिससे राहगीरों में अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची। फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियों ने आग बुझाने के लिए पानी की बौछारें कीं, लेकिन आग तेज होने के कारण कर्मचारियों को काफी संघर्ष करना पड़ा। आखिरकार दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर पूर्ण नियंत्रण हासिल कर लिया गया। मयंक ने बताया कि कैफे में जमा सामान और इंफ्रास्ट्रक्चर पूरी तरह नष्ट हो गया।
सीओ अनीता चौहान ने बताया कि आग लगने के सटीक कारणों की जांच की जा रही है। प्रारंभिक रूप से शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई गई है। उन्होंने कहा कि नुकसान का आकलन किया जा रहा है और मालिक को सहायता के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। यह घटना सड़क किनारे व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में आग बुझाने की सुविधाओं की कमी को उजागर कर रही है। स्थानीय लोग सुरक्षा उपायों की मांग कर रहे हैं।





