मणिशंकर के बाद रडार पर प्रियंका वाड्रा, हो सकती है तीन साल की सजा
पटना। गुजरात चुनाव में दोनों ही दल भाजपा और कांग्रेस जीत पूरी उम्मीद बांधे हुए हैं। दोनों ही पार्टी ने अपने वरिष्ठतम नेताओं को मैदान में उतार रखा है। लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर के बयान ने कांग्रेस को बैकफुट पर ला दिया है। वहीँ पार्टी ने डैमेज कंट्रोल की मुद्रा में आकर उनके खिलाफ एक्शन लेकर उन्हें पार्टी से निलंबित तो कर दिया। लेकिन पार्टी से निलंबन के बाद भी यह मामला शांत होता नहीं दिख रहा है।
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वहीँ बिहार के दरभंगा से बीजेपी पार्षद अर्जुन साहनी ने प्रधानमंत्री मोदी को ‘नीच’ कहे जाने और उसके बाद मणिशंकर अय्यर के खिलाफ कार्रवाई को कांग्रेस की दोहरी राजनीति करार दिया है। उन्होंने कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘जब 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान प्रियंका गांधी ने भी मोदी के खिलाफ इसी “नीच” शब्द का प्रयोग किया था तो आखिर उस वक्त कांग्रेस ने प्रियंका के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की थी और उन्हें पार्टी से निलंबित क्यों नहीं किया था?
बता दें 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान जब प्रियंका गांधी ने मोदी को नीच कहा था, इसके बाद अर्जुन साहनी ने दरभंगा सीजेएम कोर्ट में प्रियंका गांधी के खिलाफ केस दर्ज कराया था। अर्जुन साहनी ने कहा कि कांग्रेस ने मणिशंकर अय्यर के खिलाफ कार्रवाई सिर्फ गुजरात चुनाव में होने वाले नुकसान से बचने के लिए लिया है।
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उल्लेखनीय है कि 2014 में मोदी को नीच कहने के बाद दरभंगा न्यायालय में प्रियंका गांधी खिलाफ जो मुकदमा दायर हुआ था। वह मामला अभी भी चल रहा है।
भाजपा पार्षद अर्जुन साहनी के वकील शिव शंकर झा ने बताया है कि अदालत में प्रियंका गांधी के खिलाफ चल रहे मामले में यदि उनके खिलाफ आरोप साबित हो जाता है तो ना केवल उनके खिलाफ आपराधिक मामला चलेगा, बल्कि इसमें उन्हें 3 वर्ष की सजा भी हो सकती है।
गौरतलब है कि 2014 में मोदी को नीच कहने के बाद दरभंगा न्यायालय में प्रियंका गांधी खिलाफ जो मुकदमा दायर हुआ था। वह मामला अभी भी चल रहा है।
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वैसे तो जनता की मिली-जुली प्रतिक्रिया से यह भी साफ़ दिख रहा है कि सूबे में दोनों पार्टी के बीच ज़ोरदार टक्कर होने वाली है। आखिर अंत में किसका पलड़ा भारी रहता है। यह तो 18 दिसम्बर को काउंटिंग के दौरान ही पता चलेगा।