पीएम मोदी की पांच देशों की ऐतिहासिक यात्रा: आठ दिन, चार सर्वोच्च सम्मान, और मजबूत वैश्विक संबंध

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 से 9 जुलाई तक पांच देशों—घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील, और नामीबिया—की आठ दिवसीय यात्रा के बाद 10 जुलाई को नई दिल्ली लौटे। इस दौरे में उन्होंने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लिया, कई देशों की संसदों को संबोधित किया, और भारत के वैश्विक दक्षिण नीति को मजबूती दी। इस दौरान चार देशों ने उन्हें अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा। आइए जानते हैं इस दौरे की प्रमुख बातें:

1. घाना: 30 साल बाद पहली यात्रा
पीएम मोदी 2 जुलाई को घाना पहुंचे, जो तीन दशकों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा थी। घाना के राष्ट्रपति जॉन ड्रामनी महामा ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और उन्हें देश का सर्वोच्च सम्मान ‘द ऑफिसर ऑफ द स्टार ऑफ घाना’ प्रदान किया। पीएम ने घाना की संसद को संबोधित किया और भारत-घाना संबंधों को मजबूत करने के लिए चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए, जिनमें सांस्कृतिक आदान-प्रदान, मानकीकरण, और पारंपरिक चिकित्सा शामिल हैं। दोनों देशों ने अगले पांच वर्षों में व्यापार दोगुना करने का लक्ष्य रखा।

2. त्रिनिदाद और टोबैगो: सांस्कृतिक और ऐतिहासिक बंधन
3-4 जुलाई को पीएम मोदी त्रिनिदाद और टोबैगो पहुंचे, जो 1999 के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली द्विपक्षीय यात्रा थी। इस वर्ष वहां भारतीय प्रवासियों के आगमन की 180वीं वर्षगांठ मनाई जा रही थी। पीएम का स्वागत राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू और प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर ने किया। उन्हें ‘द ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ त्रिनिदाद एंड टोबैगो’ से सम्मानित किया गया। पीएम ने संसद को संबोधित किया और छह समझौतों पर हस्ताक्षर किए, जिनमें बुनियादी ढांचा, फार्मास्यूटिकल्स, और रक्षा क्षेत्र शामिल हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री बिसेसर को अयोध्या के राम मंदिर की प्रतिकृति और महाकुंभ का पवित्र जल भेंट किया।

3. अर्जेंटीना: 57 साल बाद ऐतिहासिक यात्रा
4-5 जुलाई को पीएम मोदी अर्जेंटीना पहुंचे, जो 57 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली द्विपक्षीय यात्रा थी। राष्ट्रपति जेवियर माइली ने उनका स्वागत किया। दोनों नेताओं ने भारत-अर्जेंटीना संबंधों के 75 वर्ष और रणनीतिक साझेदारी के 5 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाया। रक्षा, कृषि, खनन, तेल, गैस, और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी। पीएम ने बोका जूनियर्स स्टेडियम का दौरा किया और फुटबॉल खिलाड़ियों से मुलाकात की।

4. ब्राजील: ब्रिक्स शिखर सम्मेलन और रणनीतिक साझेदारी
5-8 जुलाई को पीएम मोदी ब्राजील में थे, जहां उन्होंने रियो डी जेनेरियो में 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लिया। उन्होंने आतंकवाद को मानवता की सबसे बड़ी चुनौती बताया और वैश्विक संस्थाओं के सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया। ब्रासीलिया में राष्ट्रपति लूला डा सिल्वा ने उन्हें ‘ग्रैंड कॉलर ऑफ द नेशनल ऑर्डर ऑफ द सदर्न क्रॉस’ से सम्मानित किया। दोनों देशों के बीच व्यापार, रक्षा, ऊर्जा, और प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में कई समझौतों पर हस्ताक्षर हुए।

5. नामीबिया: नए सहयोग की शुरुआत
9 जुलाई को पीएम मोदी नामीबिया पहुंचे, जो 27 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा थी। राष्ट्रपति नेतुम्बो नंदी-नदैतवा ने उनका स्वागत किया और उन्हें ‘ऑर्डर ऑफ द मोस्ट एंशिएंट वेल्वित्चिया मिराबिलिस’ से सम्मानित किया। दोनों नेताओं ने स्वास्थ्य, डिजिटल भुगतान, और उद्यमिता विकास केंद्र जैसे क्षेत्रों में दो समझौतों पर हस्ताक्षर किए। पीएम ने नामीबिया की संसद को संबोधित करते हुए दोनों देशों के साझा औपनिवेशिक संघर्ष और भविष्य के सहयोग पर जोर दिया।

प्रमुख उपलब्धियां

  • चार देशों (घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, ब्राजील, और नामीबिया) ने पीएम मोदी को अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा।
  • भारत ने वैश्विक दक्षिण के साथ संबंधों को मजबूत किया, विशेष रूप से अफ्रीका और लैटिन अमेरिका में।
  • ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में आतंकवाद, वैश्विक शासन सुधार, और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर भारत की स्थिति को रेखांकित किया।
  • घाना और नामीबिया में डिजिटल भुगतान प्रणाली (UPI) और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की पहल।

इस यात्रा ने भारत की वैश्विक स्थिति को और मजबूत किया, खासकर वैश्विक दक्षिण और ब्रिक्स जैसे मंचों पर। पीएम मोदी ने इसे भारत और इन देशों के बीच साझेदारी का एक नया अध्याय बताया।

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