देश में डिजिटल लेन-देन के बढ़ते प्रचलन को पीएम मोदी ने सराहा, कहा- ईमानदारी का बन रहा माहौल

दिलीप कुमार

पीएम मोदी ने रविवार को मन की बात के दौरान कहा कि देश में प्रतिदिन करीब 20,000 करोड़ रुपये का डिजिटल लेनदेन हो रहा है और इससे देश में एक डिजिटल अर्थव्यवस्था तैयार हो रही है तथा एक संस्कृति भी विकसित हो रही है।

आपको बता दें कि आकाशवाणी के मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात कार्यक्रम के 88वें संस्करण में पीएम मोदी ने अपने विचारों को साझा करते हुए कहा कि डिजिटल लेनदेन से सुविधा भी बढ़ रही है और देश में ईमानदारी का माहौल भी बन रहा है।

उन्होंने दिल्ली की रहने वाली दो सगी बहनों सागरिका और प्रेक्षा के कैशलेस डे आउट का संकल्प साझा किया और देशवासियों से अपील भी किया वो भी इसे अपनाएं।

उन्होंने डिजिटल होने के लिए कहा कि घर से यह संकल्प लेकर निकलें कि दिन भर पूरे शहर में घूमेंगे और एक भी पैसे का लेनदेन नकद में नहीं करेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि डिजिटल लेनदेन अब दिल्ली या बड़े महानगरों तक ही सीमित नहीं है बल्कि इसका प्रसार सुदूर के गांवों तक हो चुका है।

उन्होंने बाताय कि जिन जगहों पर कुछ साल पहले तक इंटरनेट की अच्छी सुविधा भी नहीं थी वहां भी यूपीआई से लेनदेन की सुविधा उपलब्ध है। अब तो छोटे-छोटे शहरों में और ज्यादातर गांवों में भी लोग यूपीआई से ही लेन-देन कर रहे हैं।

मोदी ने मन के बात के कार्यक्रम में हाल में ही में स्वयं के द्वारा किये गये प्रधानमंत्री संग्रहालय के लोकार्पण का उल्लेख किया और कहा कि इतिहास को लेकर लोगों की दिलचस्पी काफी बढ़ रही है और प्रधानमंत्री संग्रहालय युवाओं के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन रहा है। उन्होंने कहा कि यह संग्रहालय देश की अनमोल विरासत से युवाओं को जोड़ रहा है।

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