पद्मावती की रोक के लिए विरोधियों ने बहाया खून
मुंबई। संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती की मुश्किलें दिन पर दिन बढ़ती जा रही हैं। जैसे जैसे फिल्म की रिलीज डेट नजदीक आ रही है वैसे वैसे पद्मावती का विरोध भी बढ़ता जा रहा है। करणी सेना और राजपूत समाज के विरोध के बाद अब सर्व ब्राह्मण महासभा भी फिल्म के विरोध पर उतर आई है।
हाल ही में सर्व ब्राह्मण महासभा ने खून से हस्ताक्षर कर फिल्म का विरोध किया है। सर्व ब्राह्मण महासभा ने खून से हस्ताक्षर किया हुआ ये खत सीबीएफसी (सेंटर बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन) को भेजा है। न्यूज एजेंसी ANI की ओर से सोशल मीडिया पर इस विरोध की तस्वीरें शेयर की गई हैं।
कुछ दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने पद्मावती की रिलीज पर रोक लगाने से इंकार कर दिया था। कोर्ट के मुताबिक इस फिल्म पर अभी तक सीबीएफसी ने कोई नर्णय नहीं लिया है। इस वजह से सुप्रीम कोर्ट ने भी रोक लगाने से इंकार कर दिया था।
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इन सबके अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी शांति व्यवस्था बिगड़ने का हवाला देकर 1 दिसंबर को फिल्म रिलीज न करने की मांग की है।
बता दें, कि योगी ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर कहा है कि राज्य में स्थानीय निकाय चुनाव तथा बारावफात को देखते हुए फिल्म का रिलीज होना शांति व्यवस्था के हित में नहीं होगा। इसी के साथ उत्तर प्रदेश में होने वाले निकाय चुनाव के लिए मतों की गिनती भी एक दिसंबर को ही होनी है।
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वहीं राज्य सरकार के प्रवक्ता का कहना है कि गृह विभाग ने केन्द्रीय सूचना एंव प्रसारण सचिव को खत लिखकर बताया है कि पद्मावती फिल्म की कथावस्तु एवं ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किए जाने को लेकर व्याप्त जनाक्रोश एवं इसके सार्वजनिक चित्रण से शांति-व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की आशंका है।
विभिन्न संगठन फिल्म के प्रदर्शित होने पर सिनेमाघरों में तोड़फोड़, आगजनी की चेतावनी दे रहे हैं। ऐसे में मंत्रालय से अनुरोध है कि वह इस बारे में सेंसर बोर्ड को बताएं, जिससे फिल्म के प्रमाणन पर निर्णय लेते समय बोर्ड के सदस्य जनभावनाओं को जानते हुए विधि अनुसार निर्णय ले सकें।
Sarv Brahmin Mahasabha members protest against #Padmavati in #Jaipur, give signatures with blood to be sent to the Central Board of Film Certification pic.twitter.com/pN9NwB4F9Y
— ANI (@ANI) November 16, 2017