
अयोध्या के लखनऊ हाईवे पर सहादतगंज बाईपास तिराहे पर 150 करोड़ रुपये की लागत से बना ओवरब्रिज मात्र छह महीने में धंस गया, जिससे इसकी निर्माण गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।

ओवरब्रिज की बाउंड्री पर दरारें साफ दिखाई दे रही हैं, जिसने स्थानीय लोगों और अधिकारियों के बीच चिंता बढ़ा दी है। भारी बारिश के कारण शुक्रवार सुबह इस ओवरब्रिज का एक हिस्सा धंस गया, जिसके बाद यातायात को तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की स्थानीय इकाई को घटना की जानकारी मिलते ही त्वरित कार्रवाई शुरू की गई। एनएचएआई के जूनियर इंजीनियर योगेंद्र कुमार ने बताया कि लगातार बारिश के कारण पुल का हिस्सा धंसा है। मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया गया है और यातायात को वैकल्पिक मार्गों पर डायवर्ट किया गया है। उन्होंने दावा किया कि दो दिनों में यातायात को बहाल कर दिया जाएगा।
इस घटना ने अयोध्या में हाल ही में हुए बुनियादी ढांचे के विकास पर सवाल खड़े किए हैं, खासकर तब जब शहर में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद पर्यटकों और तीर्थयात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जल्दबाजी में किए गए निर्माण कार्यों में गुणवत्ता से समझौता हुआ, जिसका परिणाम अब सामने आ रहा है।