एक बार फिर केजरीवाल के काम आया धरना मंत्र, क्षेत्रीय दलों ने किया समर्थन
नई दिल्ली| राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के उपराज्यपाल के कार्यालय पर धरना और आम आदमी पार्टी के विरोध प्रदर्शन को झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) और आंध्र प्रदेश की तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) समेत कई क्षेत्रीय दलों ने समर्थन किया। जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक ट्वीट में कहा, “मैं दिल्ली द्वारा अपने अधिकारों की लड़ाई को सलाम करता हूं। दिल्ली में ‘आप’ सरकार को अपने अधिकारों के लिए सड़कों पर उतरने को बाध्य किया गया है। यह किस तरह का लोकतंत्र है? झारखंड दिल्ली के लोगों और केजरीवाल के साथ है।”
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेदेपा प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू ने चुनी हुई दिल्ली सरकार के साथ एकजुटता जाहिर की। उन्होंने एक बयान जारी कर कहा, “केंद्र की सत्ता पर काबिज पार्टी के राजनीतिक हितों के लिए राज्यपाल पद का दुरुपयोग करने की परंपरा संविधान की आत्मा के विरुद्ध है।”
केजरीवाल के विरोध प्रदर्शन को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी, राष्ट्रीय जनता दल और बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और अभिनेता से राजनीति में आए कमल हासन व शत्रुघ्न सिन्हा ने पहले ही समर्थन दिया है।
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मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने भी केजरीवाल का समर्थन किया है। केजरीवाल पांच दिनों से धरना पर हैं उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित कई मंत्री बेमियादी अनशन पर हैं। उनका आरोप है कि प्रधानमंत्री के इशारे पर उपराज्यपाल प्रशानिक अधिकारियों को काम न करने को कहा है और कई योजनाओं की फाइल रोककर काम नहीं होने दे रहे हैं, क्योंकि उन्हें लोकप्रिय सरकार को विफल दिखाना है। केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल का आरोप है कि कि उन्हें अपने पति से नहीं मिलने दिया जा रहा है।