सोमवार के दिन हरियाली तीज का योग, जानें व्रत का महत्व और पूजा की विधि

हिंदू धर्म में सुहागिनों के लिए अपने पति की लंबी उम्र के लिए कई सारे त्योहार है। जिनका सच्चे भाव से पालन करने से वरदान की प्राप्ति होती है। ऐसा ही त्योहार है हरियाली तीज। इस दिन महिलाएं अपनी पति की लंबी आयु के लिए इस दिन व्रत रखती है साथ ही मां पार्वती और भगवान शिव की पूजा करती हैं। आइये जानते हैं आज के दिन का महिलाओं के लिए क्या महत्व है।

हरियारी तीज

हरियाली तीज का महत्व

मनचाहे वर की प्राप्ति के लिए हरियाली तीज का व्रत रखा जाता है।  मान्यता है कि इस दिन शिव जी और मां पार्वती का पुर्नमिलन हुआ था। यह त्योहार सावन में मनाया जाता है और हर तरफ बस हरियाली ही होती है। इसलिए इस त्योहार को हरियाली तीज के नाम से भी जाना जाता है।

व्रत और पूजा की विधि

इस दिन महिलाओं को सुबह जल्दी उठकर नहा-धो कर साफ कपड़े पहनने चाहिए।

बाद में सुहागिनों को मां गौरी की रेशमी वस्त्र  और गहने से सजावट करनी चाहिए। श्रृंगार में मेहंदी और चूड़ियों का प्रयोग जरूर करें।

अपने हाथों से मां अर्धगोले आकार की मूर्ति बनाएं। इस तैयार मूर्ती को पूजा के स्थान में बीच में रखकर पूजना चाहिए।

हरियाली तीज में पूजा के दौरान तीज की कथा भी सुनें। कथा जब भी सुनें हमेशा पति का ही ध्यांन लगाएं।

इस व्रत में पानी का सेवन ना करें तो ही अच्छाा होगा। सजते समय पूरे सोलह श्रृंगार करें और आभूषण पहनें। इस पर्व पर मेहंदी जरूर लगवाएं।

इस जिन काले और सफेद रंग के कपड़ो का चयन ना करें। हरा और लाल रंग ही इस त्योहार के लिए शुभ होता है।

इस दिन को खुशी खुशी मनाएं और लोक गीत पर नांचे और गाएं। इस मौके पर झूला भी झूलें।

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