चिनहट थाना क्षेत्र के जुग्गौर गांव में घर के बाहर बरामदे में सो रहे वृद्ध किसान गोपी कश्यप की शुक्रवार देर रात हत्या कर दी गई। आशंका है कि तीन करोड़ रुपये के बंटवारे के लिए करीबियों ने ही उनकी हत्या कर दी। शनिवार सुबह परिवार के लोग सोकर उठे तो गोपी चारपाई पर मृत मिले। उनके कानों से खून निकला था और गले पर खरोंच के निशान भी थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई है। पुलिस अफसरों ने मौका मुआयना कर परिवार जनों से पूछताछ की।

जुग्गौर गांव निवासी गोपी कश्यप (75) के परिवार में पत्नी श्यामा देवी और तीन बेटियां सुनीता, मुन्नी, ऋतु व अन्य लोग हैं। तीनों बेटियां शादीशुदा हैं। ऋतु बाराबंकी के मसौली थाना के बड़ा गांव में अपनी ससुराल में रहती है। जबकि अन्य दोनों बेटियां जुग्गौर में पिता के घर में ही रहती हैं। शुक्रवार रात गोपी खाना खाने के बाद घर के बाहर बरामदे में चारपाई पर सो गए थे।
सूचना पर डीसीपी (पूर्वी) संजीव सुमन, एडीसीपी (पूर्वी) सैय्यद मोहम्मद कासिम आब्दी व एसीपी विभूतिखंड अनूप कुमार सिंह ने मौका मुआयना कर परिवार के लोगों से पूछताछ की। इसमें जानकारी मिली कि कुछ दिनों पहले गोपी ने अपनी जमीन तीन करोड़ की बेची थी। इससे मिली रकम उन्होंने तीनों बेटियों को दी थी। मगर बेटियों को बराबर रकम न देने के चलते परिवार में कई बार झगड़ा हो चुका था।
ऐसे में आशंका है कि संपत्ति बंटवारे को लेकर पारिवारिक विवाद में ही वारदात अंजाम दी गई हो। चिनहट इंस्पेक्टर घनश्याम मणि त्रिपाठी ने बताया कि गोपी कश्यप की छोटी बेटी ऋतु की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई है।
रुपयों के बंटवारे समेत कई बिंदुओं पर हत्याकांड की जांच की जा रही है। वारदात में किसी करीबी के शामिल होने की आशंका है। जमीन बेचने से मिली रकम के बंटवारे को लेकर वारदात होना प्रतीत हो रहा है। बेटियों को बराबर-बरामद रकम न देने के चलते परिवार में झगड़ा हुआ था। दामाद, नाती व अन्य परिवारीजनों से पूछताछ की जा रही है। जल्द ही वारदात का खुलासा होगा।