NIA ने जम्मू कश्मीर में दो मामलों पर की छापामारी, 14 जगह पर छापा मारा
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने लश्कर-ए-मुस्तफा (एलईएम) प्रमुख हिदायतुल्ला मलिक की गिरफ्तारी और जम्मू में सात किलोग्राम आईईडी बरामद करने के सिलसिले में शनिवार को यहां जम्मू-कश्मीर में 14 स्थानों पर छापेमारी की। एनआईए की कई टीमों ने दो आतंकी मामलों के सिलसिले में आज सुबह पुलवामा, शोपियां, श्रीनगर, अनंतनाग, जम्मू और बनिहाल सहित इन स्थानों पर एक साथ छापेमारी की।
पहला मामला इस साल फरवरी में जम्मू बस स्टैंड के पास से 7 किलो के इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) की बरामदगी से जुड़ा है, जबकि दूसरा आतंकी संगठन एलईएम के प्रमुख हिदायतुल्ला की गिरफ्तारी के करीब एक महीने बाद साजिश से जुड़ा है। मलिक और उनके सनसनीखेज खुलासे, जिसमें नई दिल्ली में एनएसए अजीत डोभाल का कार्यालय भी शामिल है, को संभावित आतंकी हमले के लिए फिल्माया गया था। एनआईए ने इस साल मार्च में इस मामले को अपने हाथ में लिया था।
LeM प्रमुख को अनंतनाग पुलिस ने इस साल 6 फरवरी को जम्मू के कुंजवानी इलाके से गिरफ्तार किया था, क्योंकि वह शीतकालीन राजधानी में एक आधार स्थापित करने की योजना बना रहा था। वह आतंकी हमले की योजना भी बना रहा था।
एनआईए ने तब कहा कि उसने संप्रभुता को खतरे में डालने के उद्देश्य से जम्मू क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के इशारे पर काम कर रहे आतंकी संगठन एलईएम द्वारा साजिश से संबंधित मामला दर्ज किया है। भारत की अखंडता और सुरक्षा।गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) की विभिन्न धाराओं के तहत शुरू में छह फरवरी को गंग्याल पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था।
एनआईए ने इस साल 2 मार्च को इस मामले को फिर से दर्ज किया और जांच अपने हाथ में ले ली। गिरफ्तार आतंकी मलिक के कब्जे से एक हथगोला, तीन मैगजीन और 28 राउंड अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई, जिसने आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए 2018 और 2019 में जम्मू और दिल्ली में कई सुरक्षा प्रतिष्ठानों की टोह ली थी।