शनिवार देर रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ ने कई लोगों के लिए जीवन भर की दर्दनाक यादें दे दी ,भगदड़ में 18 लोगों की जान चली गई थी

शनिवार देर रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ ने कई लोगों के लिए जीवन भर की दर्दनाक यादें दे दी , जिन्होंने इस त्रासदी में अपने प्रियजनों को खो दिया। प्लेटफॉर्म 12-16 के बीच सैकड़ों यात्रियों की भीड़ के बेकाबू हो जाने के कारण एक व्यक्ति ने अपनी 7 वर्षीय बेटी को खो दिया। ओपिल सिंह ने कहा कि उनकी बेटी के सिर में एक कील चुभ गई और उसकी मौत हो गई। उस दिन भगदड़ में 18 लोगों की जान चली गई थी। रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने उस भयावह अनुभव को याद करते हुए कहा, “मेरी लड़की के सिर में कील चुभ गई।”
पीड़ित ने बताया उन्होंने और उनके परिवार ने प्रयागराज जाने वाली ट्रेन के लिए टिकट आरक्षित किया था, जहां वे दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक समागम महाकुंभ में भाग लेने जा रहे थे। पीड़ित ने बताया की वे लोग “14 नंबर प्लेटफॉर्म से नीचे उतरे, लेकिन भीड़ देख के वापस आने लगे। मैंने कहा कि दर्द बहुत ज्यादा है, चलो घर चलते हैं। बच्चों को लेके नहीं जाते, छोटे छोटे बच्चे हैं क्या करेंगे। हम प्लेटफॉर्म नंबर 14 से नीचे उतरे, लेकिन हमने देखा कि वहां बहुत भीड़ थी इसलिए हमने वापस आने का फैसला किया। मैंने कहा चलो घर चलते हैं, हमें बच्चों को साथ नहीं ले जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जब वे स्टेशन से बाहर जाने की कोशिश कर रहे थे, तो लोग सीढ़ियों से नीचे आने लगे और और भी लोग सीढ़ियों से नीचे आने लगे। बीच मैं मेरी बेटी फस गयी. ऊपर से जैसे पाँच हज़ार आदमी नीचे आने लगे ,तो लोग एक के ऊपर एक गिरते चले गए लोगों को सँभलने का मौका नहीं मिला. मेरी लड़की के किला घुस गया…खून अंदर जम गया और पूरा काला पड़ गया।