कोरबा में युवक की रहस्यमयी आत्महत्या: “आखिरी बार देख लो” स्टेटस के बाद फांसी, शव पर बंधी रस्सी ने उठाए सवाल

छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के करतला थाना क्षेत्र के वनांचल ग्राम बोतली में 29 जून की सुबह एक सनसनीखेज घटना ने पूरे गाँव को हिलाकर रख दिया। 19 वर्षीय सांझी लाल राठिया ने अपने खेत में महुआ के पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसका शव गाँव से मात्र 200 मीटर दूर पेड़ पर लटका मिला, और दाहिने हाथ में रस्सी बंधी होने के कारण हत्या का संदेह भी पैदा हुआ।

मृतक के मोबाइल में रात 3:30 बजे अपडेट किया गया स्टेटस “आखिरी बार देख लो” पुलिस के लिए एक महत्वपूर्ण सुराग बना, जिसने कई सवाल खड़े कर दिए। पुलिस ने फॉरेंसिक एक्सपर्ट और डॉग स्क्वॉड की मदद से जांच शुरू की है, और प्रारंभिक तौर पर इसे आत्महत्या का मामला माना जा रहा है।

घटना का विवरण

सांझी लाल राठिया, ग्राम बोतली का निवासी, अपने पिता रायसिंह राठिया के साथ रहता था। उसकी माँ की कुछ साल पहले मृत्यु हो चुकी थी, जिसके बाद से सांझी ने खेती-किसानी और घर की जिम्मेदारियाँ संभाली थीं। 28 जून 2025 की रात को खाना खाने के बाद वह अपने कमरे में सोने चला गया। अगली सुबह, जब परिजनों ने उसे कमरे में नहीं पाया, तो उन्होंने सोचा कि वह खेती के काम से गया होगा। लेकिन सुबह कुछ ग्रामीणों ने जंगल की ओर डोरी तोड़ने जाते समय सांझी का शव महुआ के पेड़ पर फांसी के फंदे से लटकता देखा।

शव का दाहिना हाथ रस्सी से बंधा था, जो भुजा से होकर पेड़ तक गई थी, जिससे प्रथम दृष्टया हत्या का शक हुआ। ग्रामीणों ने तुरंत परिजनों और पुलिस को सूचना दी। करतला थाना प्रभारी कृष्ण कुमार वर्मा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुँचे और फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स व डॉग स्क्वॉड की मदद से घटनास्थल की जाँच शुरू की।

मोबाइल स्टेटस और जांच

पुलिस को मृतक के पास से उसका मोबाइल फोन बरामद हुआ, जिसमें रात 3:30 बजे अपडेट किया गया एक व्हाट्सएप स्टेटस मिला, जिसमें लिखा था, “आखिरी बार देख लो।” इस स्टेटस पर सांझी के दोस्तों ने कमेंट भी किए थे, जो पुलिस के लिए अहम सुराग बने। कोरबा सीएसपी भूषण एक्का ने बताया कि स्टेटस और कमेंट्स की जाँच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि सांझी ने यह कदम क्यों उठाया। मोबाइल को फॉरेंसिक जाँच के लिए भेजा गया है, और पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या सांझी किसी मानसिक दबाव, पारिवारिक विवाद, या अन्य कारणों से परेशान था।

फॉरेंसिक और डॉग स्क्वॉड की प्रारंभिक जाँच में कोई बाहरी व्यक्ति की मौजूदगी के सबूत नहीं मिले, जिसके चलते पुलिस इसे आत्महत्या मान रही है। फिर भी, दाहिने हाथ में रस्सी बंधे होने के कारण हत्या की संभावना को पूरी तरह खारिज नहीं किया गया है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है, और रिपोर्ट से मृत्यु के सटीक कारण का पता चलने की उम्मीद है।

परिवार और गाँव में मातम

सांझी की आत्महत्या ने उसके परिवार और गाँव में गहरा शोक छा दिया है। रायसिंह राठिया, जो पहले ही पत्नी की मृत्यु का दुख झेल चुके थे, अपने इकलौते बेटे की मौत से टूट गए हैं। पड़ोसियों और रिश्तेदारों का कहना है कि सांझी मेहनती और शांत स्वभाव का था, और उसने कम उम्र में ही परिवार की जिम्मेदारियाँ संभाल ली थीं। गाँव के बुजुर्ग रामलाल ने बताया, “सांझी बहुत मेहनती था। हमें समझ नहीं आ रहा कि उसने ऐसा क्यों किया।”

पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई

पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 174 (संदिग्ध मृत्यु की जाँच) के तहत मामला दर्ज किया है। कोरबा पुलिस अधीक्षक ने सभी थानों को निर्देश दिए हैं कि आत्महत्या की घटनाओं पर विशेष ध्यान दिया जाए और स्थानीय स्तर पर जागरूकता अभियान चलाए जाएँ। सांझी के मोबाइल डेटा, कॉल रिकॉर्ड, और सोशल मीडिया गतिविधियों की जाँच से यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या कोई बाहरी व्यक्ति या परिस्थिति इस आत्महत्या के लिए जिम्मेदार थी।

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