मुजफ्फरपुर कांड में चला सरकार का चाबुक, बाल संरक्षण इकाई के 6 अधिकारी निलंबित
पटना। बिहार सरकार ने मुजफ्फरपुर जिले के आश्रय गृह की 34 नाबालिग बच्चियों के साथ दुष्कर्म के खिलाफ कड़े कदम उठाने की विपक्ष की मांग के चलते राज्य की बाल संरक्षण इकाई के छह अधिकारियों को निलंबित कर दिया है।
राज्य के सामाजिक कल्याण विभाग ने इस आधार पर इन छह सहायक निदेशकों को निलंबित किया है क्योंकि उन्होंने आश्रय गृह में बच्चियों के साथ दुर्व्यवहार की सूचना मिलने के बावजूद कार्रवाई नहीं की।
अधिकारी मुजफ्फरपुर, मुंगेर, अररिया, मधुबनी, भागलपुर और भोजपुर जिलों के थे।
सीबीआई मामले की जांच कर रही है।
मुजफ्फरपुर आश्रय गृह उस समय सुर्खियों में आया जब बिहार समाज कल्याण विभाग ने टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेस (टीआईएसएस)द्वारा यहां किए गए सोशल ऑडिट के आधार पर मामला दर्ज कराया।]
गौरतलब है कि बालिका गृह कांड पर विपक्ष लगातार नीतीश सरकार पर दबाव बना रहा है। विपक्षी दलों ने शनिवार को दिल्ली में धरना प्रदर्शन कर विरोध दर्ज कराया। जंतर मंतर पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को लेकर एक बार फिर विपक्षी एकजुटता का परिचय दिया।
तेजस्वी यादव के प्रदर्शन में राहुल गांधी, केजरीवाल समेत कई विपक्षी नेता शामिल हुए। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि इस शासन में खुलेआम कमजोरों पर आक्रमण हो रहा है।