जन्मदिन खास: 76 के हुए नेता जी, जानिए सख्त से मुलायम बनने तक का सफ़र

मुलायम सिंह यादवलखनऊ। यूपी की राजनीति को एक नई दिशा देने वाले समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता मुलायम सिंह यादव आज अपना 76वां जन्मदिन मना रहे हैं। मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवम्बर 1939 को इटावा जिले के सैफई गाँव में मूर्ति देवी व सुधर सिंह के किसान परिवार में हुआ था। एक किसान के परिवार में जन्मे मुलायम सिंह यादव किंग से लेकर किंग मेकर तक की भूमिका अदा कर चुके हैं। मौजूदा समय में भी ज़मीनी स्तर का उनसे बड़ा समाजवादी नेता कोई नहीं है।

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22 नवम्बर 1939 को जन्मे मुलायम सिंह यादव के पिता सुधर सिंह उन्हें पहलवान बनाना चाहते थे लेकिन पहलवानी में अपने राजनीतिक गुरु नत्थूसिंह को मैनपुरी में आयोजित एक कुश्ती-प्रतियोगिता में प्रभावित करने के बाद मुलायम सिंह नत्थूसिंह के परम्परागत विधान सभा क्षेत्र जसवन्त नगर से अपना राजनीतिक सफर शुरू किया।

आज मुलायम सिंह जहां खड़े हैं बेशक वो पायदान राजनीति में काफी ऊंचा है लेकिन उनकी उड़ान ज़मीन से शुरू हुई थी। जो काफी विस्तारित दिखाई देती है।

अध्यापक से सीएम तक

राजनीति में कदम रखने से पहले मुलायम सिंह यादव आगरा विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर (एम०ए०) एव जैन इन्टर कालेज करहल (मैनपुरी) से बी० टी० करने के बाद कुछ दिनों तक इन्टर कालेज में अध्यापन कार्य भी कर चुके हैं।

मालती देवी से शादी के बाद साल 1973 में मुलायम सिंह के घर उनके इकलौते बेटे अखिलेश यादव ने जन्म लिया। लेकिन तब तक वो राजनीति की दुनिया में अपने कदम जोरदार तरीके से जमा चुके थे। राजनीति में कूदने के लिए उन्हें प्रेरित करने वाली शख्सियत का नाम राम मनोहर लोहिया था।

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साल दर साल राजनीतिक सफ़र

1960: मुलायम सिंह राजनीति में उतरे

1967: पहली बार विधानसभा चुनाव जीते, MLA बने

1974: प्रतिनिहित विधायक समिति के सदस्य बने

1975: इमरजेंसी में जेल जाने वाले विपक्षी नेताओं में शामिल

1977: उत्तर प्रदेश में पहली बार मंत्री बने, कॉ-ऑपरेटिव और पशुपालन विभाग संभाला

1980: उत्तर प्रदेश में लोकदल का अध्यक्ष पद संभाला

1985-87: उत्तर प्रदेश में जनता दल का अध्यक्ष पद संभाला

1989: पहली बार UP के मुख्यमंत्री बनकर कमान संभाली

1992: समाजवादी पार्टी की स्थापना कर, विपक्ष के नेता बने

1993-95: दूसरी बार यूपी के मुख्यमंत्री पद पर काबिज़ रहे

1996: मैनपुरी से 11वीं लोकसभा के लिए सांसद चुने गए। केंद्र सरकार में रक्षा मंत्री का पद संभाला

1998-99: 12वीं और 13वीं लोकसभा के लिए फिर सांसद चुने गए

1999-2000: पेट्रोलियम और नेचुरल गैस कमेटी के चेयरमैन का पद संभाला

2003-07: तीसरी बार यूपी का मुख्यमंत्री पद संभाला

2004: चौथी बार 14वीं लोकसभा में सांसद चुनकर गए

2007: यूपी में बसपा से करारी हार का सामना करना पड़ा

2009: 15वीं लोकसभा के लिए पांचवीं चुने

2009: स्टैंडिंग कमेटी ऑन एनर्जी के चेयरमैन बने

2014: उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ से सांसद बने

2014: स्टैंडिंग कमेटी ऑन लेबर के सदस्य बने

2015: जनरल पर्पस कमेटी के सदस्य बने

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