उम्मीदों के साथ चीन से वापस लौटे मोदी, अफगानिस्तान में आर्थिक प्रोजेक्ट लौटाएगा खुशहाली!

वुहान| दो दिन के व्यस्त कार्यक्रम और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से कई राउंड बातचीत के बाद पीएम मोदी का चीन दौरा समाप्त हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफगानिस्तान में आर्थिक प्रोजेक्ट पर बातचीत करने को लेकर नई रणनीति बनाने का फैसला किया है।

भारत और चीन ने शनिवार को अफगानिस्तान में एक संयुक्त आर्थिक परियोजना पर सहमति जताई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच यहां दो दिवसीय शिखर वार्ता के बाद दोनों देशों के बीच इस पर सहमति बनी।

शिखर सम्मेलन में दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे सीमा विवाद और आतंकवाद पर भी चर्चा हुई।

जिनपिंग

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच शनिवार को वुहान में चाय के साथ दूसरे दौर की वार्ता हुई। दोनों नेता ईस्ट लेक पर चहलकदमी करते दिखे। दोपहर के भोजन से पहले दोनों नेताओं ने नौका की सवारी भी की।

मोदी ने शुक्रवार को शी जिनपिंग के साथ हुई वार्ता को लाभप्रद और व्यापक बताया था। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच क्षेत्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा हुई।

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मोदी ने चीन के ट्विटर हैंडल सिना वीबो पर कहा, “मैं वुहान में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिलकर बहुत खुश हूं। हमने व्यापक और लाभप्रद वार्ता की और दोनों देशों के संबंधों को मजबूत करने के लिए विचार साझा किए।”

इससे पहले शुक्रवार को दोनों नेताओं के बीच सहमति बनी थी कि एक बेहतर विश्व के लिए बेहतरीन द्विपक्षीय संबंध बहुत महत्वपूर्ण है। इस दो दिवसीय सम्मेलन के पहले दिन चीन के वुहान पहुंचे मोदी का शानदार स्वागत किया गया। दोनों नेताओं ने कहा कि वे चाहते हैं कि इस तरह की अनौपचारिक वार्ताएं और हों।

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मोदी ने शी जिनपिंग को 2019 में भारत आने का न्यौता भी दिया। मोदी और शी ने कहा कि विश्व में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए पारस्परिक सौहार्दपूर्ण भारत,चीन संबंध अनिवार्य हैं।

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