पुलिसवाले का कबूलनामा, ऊपर से आए आदेश पर बहुतों को किया ढेर

फर्जी एनकाउंटरनई दिल्ली। मणिपुर में पुलिस और अर्ध सैनिक बलों द्वारा पिछले साल किए गए फर्जी एनकाउंटर को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका को लेकर जांच के आदेश भी दिए थे। जिसमें कहा गया था कि राज्यसरकार टीम गठित इस मामले की जांच करें।

वहीं फर्जी एनकाउंटर को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचे मणिपुर के एक एनकाउंटर स्पेशलिस्ट ने कुछ चौकाने वाले खुलासे किए हैं। मणिपुर पुलिस में हेड कांस्टेबल हीरोजीत सिंह ने बताया कि साल 2003 से 2009 के दौरान वह खुद कई फर्जी एनकाउंटर में शामिल रहे हैं।

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हीरोजीत ने आगे बताया कि सभी फर्जी एनकाउंटर उनके सीनियर अधिकारियों के निर्देश पर किया गया है।

इतना ही नहीं हीरोजीत ने फर्जी एनकाउंटर से संबंधित एफिडेविट कोर्ट में सौंपे हैं। हालांकि, फर्जी एनकाउंटर के संबंध में सीनियर अधिकारियों के आदेश के दावों से संबंधित कोई दस्तावेज देने में वह नाकाम रहे।

पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ऑफ मणिपुर (PLA) के उग्रवादी संजीत मैती की हत्या के 6 साल बाद हीरोजीत सिंह ने पहली बार ये स्वीकार किया कि उन्होंने संजीत पर गोली चलाई थी। हीरोजीत सिंह के मुताबिक, “मैंने अपने सीनियर अफसर (इंफाल के तत्कालीन एएसपी) के ऑर्डर पर पीएलए उग्रवादी के सीने में गोली दागी थी।” हीरोजीत ने यह भी दावा किया कि इस एनकाउंटर की जानकारी मणिपुर के डीजीपी और मुख्यमंत्री को भी थी।

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बता दें कि 2009 में मणिपुर पुलिस के कमांडोज पर पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ऑफ मणिपुर (PLA) के उग्रवादी संजीत मैती की हत्या के आरोप लगे थे। खबर ये भी थी कि कमांडोज ने इंफाल की बीच सड़क पर मैती को तब गोलियों ने भून दिया था, जब उन्होंने सरेंडर कर दिया था।

इस घटना के बाद राज्य में कई दिनों तक प्रदर्शन भी हुए थे। हीरोजीत का कहना है कि इस मामले में कोर्ट ने एमिकस क्यूरी (न्याय मित्र) भी नियुक्त किया था, लेकिन बात आगे नहीं बढ़ी। हीरोजीत के मुताबिक, उन्हें अपनी पसंद का वकील तक हायर करने का मौका नहीं दिया गया था। हीरोजीत ने अपने हत्या की आशंका भी जताई है।

उनके मुताबिक, उनकी हत्या के लिए कुछ लोग बोली भी लगा रहे हैं। हीरोजीत ने अपने एफिडेविट में सीबीआई पर भी सवाल उठाए हैं। उनके मुताबिक, जब उन्होंने इस मामले में सीबीआई से जांच की गुजारिश की, तो सीबीआई ने मामले में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।

हीरोजीत सिंह ने अपने एफिडेविट में उन 3 या 4 डायरियों का पता लगाने की अपील की है, जो मिसिंग हैं। हीरोजीत के मुताबिक, इसमें उन्होंने हर फर्जी एनकाउंटर की डिटेल लिखी थी।

साभार: न्यूज 18

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