
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (83) को बेंगलुरु के एम.एस. रामैया अस्पताल से शुक्रवार को डिस्चार्ज कर दिया गया है। मंगलवार (30 सितंबर) को सांस लेने में तकलीफ के बाद उन्हें भर्ती किया गया था, और बुधवार (1 अक्टूबर) को उनकी पेसमेकर इम्प्लांटेशन सर्जरी हुई। डॉक्टरों ने आराम की सलाह दी है, लेकिन उनकी स्थिति स्थिर और सुधार की ओर है। खड़गे ने डिस्चार्ज के बाद कहा कि वे जल्द ही अपने कामकाजी कार्यक्रम को शुरू करेंगे।
स्वास्थ्य अपडेट और नेताओं की प्रतिक्रिया
कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने अस्पताल में खड़गे से मुलाकात के बाद कहा, “हमारे नेता और AICC अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सांस की तकलीफ के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया था। मैं उनसे सुबह मिला, उनकी हालत अच्छी है।” खड़गे के बेटे और कर्नाटक के आईटी मंत्री प्रियंक खड़गे ने पुष्टि की कि उनके पिता 3 अक्टूबर से चिकित्सकीय सलाह के आधार पर चुनिंदा राजनीतिक गतिविधियां शुरू करेंगे।
खड़गे ने एक्स पर पोस्ट कर समर्थकों का आभार जताया: “कांग्रेस कार्यकर्ताओं, नेताओं और समर्थकों के प्यार और शुभकामनाओं के लिए हृदय से धन्यवाद। मैं जल्द ही अपने कामकाजी कार्यक्रम को शुरू करने का इरादा रखता हूं।” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सर्जरी के बाद खड़गे से बात की और एक्स पर लिखा, “खड़गे जी से बात की। उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछा और शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उनके लंबे जीवन की प्रार्थना करता हूं।”
आगामी राजनीतिक कार्यक्रम
स्वास्थ्य में सुधार के साथ खड़गे अपने राजनीतिक दायित्वों को निभाने के लिए तैयार हैं। नगालैंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख एस. सुपोंगमेरेन जामिर ने बताया कि खड़गे 7 अक्टूबर को कोहिमा में नगा सॉलिडैरिटी पार्क में एक बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगे। इस रैली का थीम होगा “सुरक्षित लोकतंत्र, सुरक्षित धर्मनिरपेक्षता, और सुरक्षित नगालैंड।” कांग्रेस को कम से कम 10,000 लोगों की भीड़ की उम्मीद है। रैली के बाद खड़गे कांग्रेस पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी, प्रो-कमेटी और जिला कांग्रेस कमेटी (DCC) अध्यक्षों के साथ बैठक करेंगे।
कांग्रेस के लिए उत्साह
खड़गे का स्वास्थ्य ठीक होना और सक्रिय राजनीति में वापसी कांग्रेस के लिए उत्साहवर्धक है, खासकर आगामी राज्य-स्तरीय गतिविधियों और राष्ट्रीय अभियानों के बीच। पार्टी नेताओं ने कहा कि खड़गे संगठनात्मक और चुनावी जिम्मेदारियों में सबसे आगे रहेंगे। उनकी वापसी को कार्यकर्ताओं के बीच जोश बढ़ाने वाला माना जा रहा है।