‘मैगी’ फिर हुई फेल, कंपनी पर लगा लाखों का जुर्माना
शाहजहांपुर। अपनी गुणवत्ता को लेकर पहले से विवादों में फसी नेस्ले की मैगी के सैम्पल एक बार फिर जांच में फेल हो गए है। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में खाद्य एवं औषधि विभाग ने मैगी के सैम्पल जांच के लिए भेजा। लेकिन मैगी की गुणवत्ता तय मानकों पर खरी नहीं उतरी। जिसके बाद प्रशासन ने कार्यवाई करते हुए नेस्ले कंपनी समेत डिस्ट्रीब्यूटर और विक्रेताओं पर लाखों का जुर्माना लगाया है।
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मैगी सैम्पल फेल होने पर 45 लाख का जुर्माना नेस्ले कम्पनी पर लगाया गया है जबकि डिस्ट्रीब्यूटर समेत छ विक्रेताओं समेत पर 17 लाख का जुर्माना लगाया गया है।
मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि खाद्य एवं औषधि विभाग ने राज्य में एक अभियान के तहत गत पांच फरवरी को शाहजहांपुर में एक जनरल स्टोर से मैगी नूडल्स के नमूने लिये थे। नियम के मुताबिक मैगी मसाले की राख की मात्रा एक फीसद होनी चाहिए मगर जांच में यह मात्रा 1.85 प्रतिशत पायी गयी है।
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गौरतलब है कि पिछले साल बाराबंकी में लिये गये मैगी के नमूनों में स्वास्थ्य के प्रति हानिकारक तत्व पाये गये थे। उसके बाद नेस्ले के इस उत्पाद की बिक्री रोक दी गयी थी।
यह पूरी कार्यवाई प्रदेश के व्यापारियों के लिए परेशानी का सबब बन गयी है। उनको डर है कि मैगी फिर से न बैन हो जाये।
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