फर्जी वोटर के फेर में फंसी भाजपा, कांग्रेस बोली- आबादी 24 फीसदी बढ़ी तो मतदाता 40 फिसदी कैसे?

नई दिल्ली। कांग्रेस ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर मध्यप्रदेश में आगामी चुनावों को प्रभावित करने के लिए जानबूझकर 60 लाख फर्जी मतदाताओं के पंजीकरण कराने का आरोप लगाया।

फर्जी वोटर

भारतीय निर्वाचन आयोग को दिए गए एक ज्ञापन में कांग्रेस ने मतदाता सूची में अनियमितताओं के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने निर्वाचन आयोग को साक्ष्य मुहैया कराए हैं। उन्होंने कहा, “हमने आयोग को वे सूचियां सौंपी हैं, जिनमें करीब 60 लाख फर्जी मतदाता हैं।”

आंकड़ों का हवाला देते हुए कमलनाथ ने सवाल किया कि ‘यह कैसे संभव है कि आबादी 24 फीसदी बढ़ी, लेकिन मतदाताओं की संख्या 40 फीसदी बढ़ गई।’

मप्र कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि मतदाता सूची में एक ही मतदाता का नाम कई बार शामिल है और एक ही फोटो का इस्तेमाल कई-कई बार किया गया है। चुनाव जीतने की तरकीब के तहत सत्ताधारी भाजपा ने ऐसा जानबूझकर करवाया है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ ने कहा, “अगर नीयत साफ है, तो भाजपा ने मतदाता सूची में इन अनियमितताओं के खिलाफ शिकायत क्यों नहीं की? भाजपा ने किसी जांच की मांग क्यों नहीं की?”

वहीं, कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा पर मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव को प्रभावित करने व जीतने के लिए गलत तरीके आजमाने की तैयारी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “यह लोकतंत्र को खत्म करने का प्रयास है।”

सिंधिया ने कहा कि मध्यप्रदेश में पांच करोड़ मतदाता हैं, जिनमें से 12 फीसदी फर्जी हैं। उन्होंने कहा कि बीते विधानसभा चुनाव के दौरान दोनों पार्टियों के बीच वोट शेयर में सिर्फ 9 फीसदी का अंतर था।

यह भी पढ़ें:- जानबूझकर गलत आरटीआई जानकारी देने पर जुर्माना, कार्रवाई का भी प्रावधान

पार्टी ने निर्वाचन आयोग से अनियमितताओं व विसंगतियों की जांच करने व दोषियों पर सख्त व त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह किया है। कांग्रेस ने मध्यप्रदेश के सभी 230 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की मतदाता सूचियों से फर्जी प्रविष्टियों को हटाने व स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग की।

यह भी पढ़ें:- बंगाल बंद से जनजीवन पर पड़ा असर, बीजेपी वर्कर्स मर्डर की जांच करेगी CID

उन्होंने कहा, “हमने ज्ञापन में कहा है कि बार-बार/इसी तरह की जनसांख्यिकीय प्रविष्टियां राजस्थान, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र व गुजरात के सीमावर्ती/पास के विधानसभा क्षेत्रों में पाई गई हैं। मध्यप्रदेश में स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव के लिए इनका विधिवत सत्यापन किया जाना चाहिए।”

देखें वीडियो:-

LIVE TV