
बरेली के नवाबगंज क्षेत्र में प्रेम विवाह के मात्र एक साल बाद ही पति ने पत्नी की गला रेतकर नृशंस हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को बेड के नीचे छिपाया गया और घर के बाहर ताला लगाकर लूट की वारदात दिखाने की असफल कोशिश की गई। पुलिस ने मौके से रक्तरंजित हंसिया बरामद की तथा पति अनिल और उसके छोटे भाई सचिन को हिरासत में ले लिया। मायके वालों की तहरीर पर पति, देवर, सास-ससुर सहित पांच लोगों के खिलाफ दहेज हत्या का मुकद्दमा दर्ज किया गया है।
हाफिजगंज थाना क्षेत्र के कमुआ गांव निवासी अनिल ने पिछले साल नवंबर में अनीता (21) से परिवार की सहमति से प्रेम विवाह किया था। अनीता रिश्ते में अनिल के फुफेरे भाई की साली थी। शादी से पहले दोनों करीब चार वर्षों से संपर्क में थे। विवाह उपरांत अनिल पीलीभीत हाईवे स्थित हरदुआ गांव के सामने ओम सिटी में पत्नी अनीता और छोटे भाई सचिन के साथ रहने लगा। अनिल ट्रैक्टर से मिट्टी ढुलाई का काम करता था, जबकि सचिन मेडिकल स्टोर पर नौकरी करता था।
मंगलवार सुबह दोनों भाई काम पर चले गए। शाम को लौटने पर घर में ताला लगा मिला और अनीता का मोबाइल बंद था। ताला तोड़कर अंदर प्रवेश करने पर बेड के नीचे अनीता का शव मिला तथा पास में खून से सनी हंसिया पड़ी थी। अनिल ने पुलिस को बताया कि कोई अज्ञात व्यक्ति घर में घुसकर हत्या कर फरार हो गया, किंतु जांच में यह दावा खोखला साबित हुआ।
उत्तर एसपी मुकेश चंद्र मिश्रा ने मौके पर अनिल से पूछताछ की। इसी दौरान अनीता के भाई चंद्रपाल ने बहनोई अनिल, देवर सचिन तथा सास-ससुर पर दहेज के लिए हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर सौंपी। प्रारंभिक जांच से स्पष्ट है कि अनिल मुख्य आरोपी है। शादी के एक साल बीतते न बीतते वह अनीता से ऊब चुका था। मायके वालों का दावा है कि अनिल का किसी अन्य महिला से अवैध संबंध था, जिसका अनीता विरोध करती थी। पुलिस इन तथ्यों की पुष्टि कर रही है।
घटनास्थल पर सामान बिखरा पड़ा था और हंसिया की नोंक मुड़ चुकी थी, जिससे लगता है कि अनीता ने जान बचाने के लिए भरपूर संघर्ष किया। वह शारीरिक रूप से मजबूत थी और लंबे समय से पुलिस भर्ती की तैयारी कर रही थी। घर में कोई सामान गायब नहीं था, इसलिए लूट की थ्योरी खारिज हो गई। दोपहर करीब दो बजे अनीता की मां ने फोन न उठने पर अनिल को कॉल किया, किंतु अनिल ने न तो पत्नी को फोन किया और न ही घर लौटा, जबकि सामान्य दिनों में वह काम के दौरान तीन-चार बार घर आता था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार अनिल ने सुबह ही हत्या कर ताला लगाकर चला गया था। बस्ती में मात्र दस-बारह मकान होने से किसी ने उसे देखा नहीं। पूछताछ जारी है और हकीकत जल्द उजागर होगी।





