डब्ल्यूएचओ ने ‘डिसीस एक्स’ को प्राथमिक रोगों की सूची में शामिल किया
नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने ‘डिसीस एक्स’ को प्राथमिकता वाले रोगों में सूचीबद्ध किया है जो निकट भविष्य में घातक वैश्विक महामारी का जोखिम बन सकता है, संगठन ने इससे निपटने के लिए अनुसंधान और विकास में तेजी लाने के लिए तत्काल उपाय का आह्वान किया।
‘डिसीस एक्स’ आर एंड डी ब्लूप्रिंट की 2018 की वार्षिक समीक्षा में सूचीबद्ध किया गया है। डब्ल्यूएचओ द्वारा विकसित सूची में प्रभावी दवाओं या टीकों की कमी वाले रोगों के अनुसंधान और विकास को प्राथमिकता देने और गति में लाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
यह भी पढ़ें : नरेश अग्रवाल के जाते ही हरकत में मुलायम, कही मजेदार बात
डब्लूएचओ ने सोमवार को एक बयान में कहा कि ‘डिसीस एक्स’ यह तथ्य प्रदर्शित करता है कि एक भी रोगजनक विषाणु या जीवाणु गंभीर अंतर्राष्ट्रीय महामारी का कारण हो सकता है।
इसके अलावा सात अन्य संभावित वैश्विक रोगों को भी शामिल किया गया है जो सभी प्रभावी दवा या टीका की कमी से संबंधित है। इस सूची में क्रिमियन-कॉंगो हीमोरहैजिक फीवर (सीसीएचएफ), इबोला वायरल डिसीस, मारबर्ग वायरस डिसीस, लासा फीवर, मिडल ईस्ट रिस्पायरेटरी सिंड्रोम कोरोनावायरस (एमईआरआस-सीओवी) और सवर अक्यूट रिस्पायरेटरी सिंड्रोम (एसएआरआरएस), निपास और हेनीपावायरल डिसीस रिफ्ट वैली फीवर (आरवीएफ) और जीका शामिल हैं।
यह भी पढ़ें : यूपी-बिहार उपचुनाव के नतीजे आज, शुरुआती रुझानों में गोरखपुर-फूलपुर में BJP आगे
यह रोग बड़े सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिमों से जुड़े हैं और इनकी निगरानी, निदान सहित अन्य अनुसंधान और विकास की आवश्यकता है।