जानें क्या है ‘स्टार्टअप इंडिया स्टैंडअप इंडिया’, कैसे ले सकते हैं इस योजना का लाभ

भारत बहुत से महान व्यक्तित्वों का देश है जो पूरी दुनिया में अपने कामों, तेज दिमाग और उच्च कौशल के कारण प्रसिद्ध है। बहुत प्रतिभावान, उच्च कौशल वाले और नवीन विचारों से पूर्ण है। ये योजना उनके लिये नए और अभिनव विचारों का उपयोग सही दिशा में करने के लिये बहुत सहायक होगी।
एक नया अभियान जिसका नाम स्टार्टअप इंडिया स्टैंडअप इंडिया है, की घोषणा प्रधानमंत्री श्री ‎नरेन्द्र‬ ‪‎मोदी‬ जी द्वारा स्वतंत्रता दिवस 2015 के भाषण में की गयी थी और 16 जनवरी 2016 को इसकी स्थापना हुई थी।

स्टार्टअप इंडिया स्टैंडअप इंडिया

ये मोदी सरकार द्वारा देश के युवाओं की मदद करने के लिये एक प्रभावी योजना है। ये पहल युवाओं को उद्योगपति और उद्यमी बनने का अवसर प्रदान करने के लिये भारतीय प्रधानमंत्री श्री ‪‎नरेंद्र मोदी जी‬ द्वारा की गयी है जिसके लिये एक स्टार्ट-अप नेटवर्क को स्थापित करने की आवश्यकता है। स्टार्ट-अप का अर्थ, देश के युवाओं को बैंको के माध्यम से वित्त प्रदान करना जिससे उनकी शुरुआत बेहतर मजबूती के साथ हो ताकि वो भारत में अधिक रोजगार सृजन कर सके।

ये कार्यक्रम स्टार्ट-अप को वित्त सहायता से सक्षम बनाने के लिये बड़ी शुरुआत है जिससे कि वो अपने नये अभिनव विचारों को सही दिशा में उपयोग कर सके। प्रधानमंत्रीजी ने कम से कम एक दलित और एक महिला उद्यमी का समर्थन करने के लिए सभी बैंकों से अनुरोध किया गया है। ये योजना नये चहरों को उद्यम की ओर प्रोत्साहित करेगी और उनके कैरियर व देश का आर्थिक विकास करेगी।

एक योजना से देश में जमीनी स्तर पर उद्यमशीलता को बढ़ावा मिला है जो समाज के निम्न तबके के युवाओं का लाभ सुनिश्चित करेगा। युवा ताजा दिमाग (नये विचारों से भरा हुआ), नये रास्ते और नयी सोच रखते है अतः वो स्टार्टअप के लिये बेहतर है। इस कार्यक्रम के अभियान के सफल प्रक्षेपण के लिए सीधी-कनेक्टिविटी के माध्यम से आईआईटी, एनआईटी, केंद्रीय विश्वविद्यालयों और आईआईएम के संपर्क की जरूरत है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य बैंक वित्त के साथ साथ स्टार्टअप व्यापार को उनके बीच उद्यमशीलता और नए रोजगार सृजन को बढ़ावा देने के प्रस्ताव को प्रोत्साहित करना है।

क्या है ” Start-Up India, Stand-Up India” योजना एवं इस योजना के क्या लाभ है –
1- स्टार्टअप कारोबारियों द्वारा कमाये जाने वाले मुनाफे पर व्यावसाय शुरू होने के पहले तीन साल तक इनकम टैक्स से छूट होगी।
2- ऐसे उद्यमों में वित्तपोषण को बढ़ावा देने के लिए उद्यमियों द्वारा किए गए निवेश के बाद अपनी संपत्ति बेचने पर 20% की दर से लगने वाले पूंजीगत लाभ टैक्स से भी छूट होगी। यह छूट सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त उद्यम पूंजीकोषों के निवेश पर भी उपलब्ध होगी।

3- सरकार का ‘स्टार्ट अप इंडिया’ कार्यक्रम देश में नवोन्मेष को बढ़ावा देने के लिए उपयुक्त वातावरण बनाना है ताकि आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा दिया जा सके और देश में बड़े.पैमाने पर रोजगार के अवसर मुहैया कराए जा सकें।
4- सरकार की ओर से एक राष्ट्रीय ऋण गारंटी ट्रस्ट कंपनी बनाने का प्रस्ताव है जिसमें अगले चार साल तक सालाना 500 करोड़ रुपये का बजट आवंटन किया जाएगा।

5- देश में नर्वप्रवर्तन सोच के साथ आने वाले तकनीक आधारित इन नये उद्यमों के लिये एक उदार पेटेंट व्यवस्था भी लाई जाएगी। पेटेंट पंजीकरण में इन उद्यमों को पंजीकरण शुल्क में 80% छूट दी जायेगी।
6- प्रधानमंत्री जी के अनुसार दिवाला कानून में स्टार्ट अप उद्यमों को कारोबार बंद करने के लिए सरल निर्गम विकल्प देने का प्रावधान भी किया जायेगा। इसके तहत 90 दिन की अवधि में ही स्टार्ट अप अपना कारोबार बंद कर सकेंगे।

7- छात्रो के लिए इनोवेशन के कोर्स शुरू किये जायेंगे और 5 लाख विद्यालयों में 10 लाख बच्चो पे फोकस करके इसको बड़ाया जायेगा ।
8- प्रधानमंत्री जी ने कहा कि स्व:प्रमाणन आधारित अनुपालन व्यवस्था से स्टार्टअप पर नियामकीय बोझ कम होगा। स्व:प्रमाणन अनुपालन की यह व्यवस्था कर्मचारियों को ग्रेच्युटी भुगतान, ठेका कर्मचारी, कर्मचारी भविष्य निधि कोष, पानी और वायु प्रदूषण कानूनों के मामले में उपलब्ध होगी।

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9- स्टार्टअप को वित्तपोषण का समर्थन देने के लिये सरकार 2,500 करोड़ रुपये का शुरुआती कोष बनाएगी जिसमें अगले 4 साल के दौरान कुल 10,000 करोड़ रूपये का कोष होगा।
10- दुनियाभर में स्टार्टअप की तीसरी बड़ी संख्या भारत में है। सरकार इन उद्यमों को सरकारी खरीद ठेके लेने के मामले में भी मानदंड में कई तरह की छूट देगी। स्टार्ट अप उद्यमों को सरकारी ठेकों में अनुभव और कारोबार सीमा के मामले में छूट दी जायेगी।

11- साथ ही इसमें महिलाओ के लिए विशेष व्यवस्था की गयी है ।

ये पहल भारत का सही दिशा में नेतृत्व के लिये आवश्यक है। इस अभियान के बारे में मुख्य बिंदु है कि ये देश के युवाओं को स्टार्टअप के रुप में शामिल करता है क्योंकि उनके पास ताजे व नये विचारों वाला दिमाग, आवश्यक दृढ़ता और कारोबार का नेतृत्व करने के लिये नयी सोच होती है। युवा समाज के ऊर्जावान और उच्च कौशल को रखने वाला भाग है इसलिये वो इस अभियान के लिये बेहतर लक्ष्य है।

इससे हमारे देश के नौजवानों में व्यवसाय को लेकर दिलचस्पी रहेगी एवं जितना ज्यादा व्यवसाय उतने ही ज्यादा रोजगार के अवसर देश में होंगे जिससे बेरोजगारी की समस्या का अंत होगा । इसके लिए मै प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदीजी का इस योजना के लिए हार्दिक आभार प्रस्तुत करता हु की उन्होंने देश के विकास के लिए ऐसी योजनाओ को शुरू किया जिससे देश का सम्पूर्ण विकास हो ।

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