ममता बनर्जी ने घोषणा की कि उनकी सरकार की रोजगार गारंटी योजना ‘कर्मश्री’ का नाम बदलकर महात्मा गांधी के नाम पर रखा जाएगा

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को घोषणा की कि उनकी सरकार की रोजगार गारंटी योजना ‘कर्मश्री’ का नाम महात्मा गांधी के नाम पर रखा जाएगा।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को घोषणा की कि उनकी सरकार की रोजगार गारंटी योजना ‘कर्मश्री’ का नाम महात्मा गांधी के नाम पर रखा जाएगा। एक बयान में उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात का दुख है कि एनआरईजीए योजना से गांधी जी का नाम हटा दिया गया है और अगर राष्ट्रपिता को सम्मान नहीं दिया जा सकता, तो वह देंगी। धनो धान्यो सभागार में आयोजित व्यापार एवं उद्योग सम्मेलन में बोलते हुए उन्होंने कहा, “मुझे शर्म आती है कि महात्मा गांधी का नाम एनआरईजीए योजना से हटा दिया गया है। अगर वे राष्ट्रपिता को सम्मान नहीं दे सकते, तो हम देंगे।

ममता बनर्जी ने आगे कहा, “…किसी ने कहा कि कुछ लोग सिर्फ बंगाल को बदनाम करना चाहते हैं, लेकिन उन्हें नहीं पता कि बंगाल पूरी तरह बदल गया है। यह अब एक विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल बन गया है… मैं उद्योग जगत का नेतृत्व करने वाले उद्योगपति की प्रतिबद्धता को सलाम करती हूं… श्रीमान भी जा रहे हैं। इसलिए सभी लोग अन्य कामों में व्यस्त हैं। इसीलिए हम यह व्यापार सम्मेलन आयोजित कर रहे हैं। कल ही लघु एवं मध्यम उद्यम क्षेत्र के लिए एक बड़ी बैठक हुई, जिसमें 15,000 से अधिक उद्योगपतियों ने भाग लिया।

आज पश्चिम बंगाल में भारत के सबसे बड़े लॉजिस्टिक्स हब में से एक है। विश्व बैंक लॉजिस्टिक्स और निर्यात वृद्धि के लिए राज्य के साथ साझेदारी कर रहा है… इसीलिए हम अमेज़न, इंस्टाकार्ट, फील्डकॉर्प और अन्य जैसी वैश्विक दिग्गज कंपनियों को आकर्षित कर रहे हैं… बंगाल दक्षिण पूर्व एशिया, उत्तर पूर्व भारत, पूर्वी भारत और विशेष रूप से बांग्लादेश, भूटान और नेपाल का प्रवेश द्वार है। हम प्रवेश द्वार हैं। बंगाल बिहार, झारखंड, ओडिशा और अन्य राज्यों का भी प्रवेश द्वार है।

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