असम की खूबसूरती तो सभी जानते हैं, आज जानिए वहां का इतिहास

इस बात से तो सभी वाकिफ है कि भारत का पूर्वोतर राज्य अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है। यह राज्य काफी खूबसूरत है। यहां पर सुंदरता की काफी सारी मुसाइलें मौजूद है। यहां मौजूद नदी, पहाड़ियां , घाटियां, चाय के बागान, प्राचीन मंदिर, घने जंगल आदि इस राज्य को खास बनाने का काम करते हैं। यहां पर आप शानदार अनुभव के लिए अपने परिवार के साथ आ सकते हैं। यहां से गुजरती ब्रह्मपुत्र नदी असम का कुदरती श्रृंगार करती है। पर्यटन के लिहाज से यह स्थान तो काफी जाना जाता है। इतना ही नहीं आप असम के मनमोहक आबोहवा का आनंद भी ले सकते हैं। इस स्थान का भी काफी पुराना इतिहास रहा है जिसे आपको जल्द ही समझ लेना चाहिए।

असम

मटियाबाग राजबारी

मटियाबाग राजबारी से आप असम घूमने की शुरुआत कर सकते हैं। यहां पर आपको सैर करना काफी रोमांचक लगेगा। आप यहां जब चाहें घूमने का प्लान बना सकते हैं। यहां पर आपको कई सारे आकर्षक संरचना निहारने को मिलेगी। जो गोदाधार नदी के पास मटियाबाग हिल्स पर स्थित है। इस महल का इस्तेमाल गौरीपुर शाही का परिवार निवास के लिए नहीं करता था। इस महल का निर्माण केवल हवाखाना के लिए ही किया गया था। बाद में यह महल स्वतंत्रता पूर्व के कलाकार और निर्देशक प्रमथेश चंद्र बरुआ का निवास स्थान बन गया। यह महल इस स्थान की वास्तुकला को भी दर्शाता है।

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बादरपुर फोर्ट

गर्चुक लचित गढ़ के अलावा आप असम के बादरपुर फोर्ट की सैर का प्लान बना सकते हैं। यह एक प्राचीन किला है जो राज्य के करीमगंज जिले में स्थित है। अतीत से जुड़ा जानकारी के अनुसार इस किले का निर्माण भारत में मुगल शासक के दौरान किया गया था । इस किले का निर्माण शाही निवास और रणनीतिक तौर पर बराक नदी के पास किया गया था। हालांकि यह किला वर्तमान में मात्र एक खंडहर के रूप में मौजूद है, लेकिन इसकी मजबूर दीवारों को आज भी देखा जा सकता है। यह अपने जमाने का एक मजबूर किला है, जिसकी आकर्षक वास्तुकला इतिहास और कला-संस्कृति में दिलचस्पी रखने वालों के लिए काफी आकर्षित करती है। इतिहास की बेहतर समझ के लिए आप इस प्राचीन किले का भ्रमण कर सकते हैं। यहां आने का आदर्श समय अक्टूबर से लेकर फरवरी के मध्य का समय है।

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तलातल घर

तलातल महल शिवसागर से महज 4 कि.मी. की दूरी पर ही स्थित है। इस महल का नाम रंगपुर पैलेस के नाम से भी जाना जाता है। इस महल की वास्तुकला देखने के लिए लोग यहां पर दूर-दूर से आते हैं। इस महल को पहले आर्मी बेस के रूप में बनाया गया था। जिसमें दो गुप्त सरंग भी मौजूद हैं। यह महल सात मंजिला इमारत है। जिसे आप देखने के लिए कभी भी प्लान कर सकते हैं।

 

 

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