बच्चों को अजनबियों से ऐसे रखें दूर, सिखाएं सुरक्षा का पाठ

बच्चे भगवान का रुप माने जाते हैं। बच्चे बहुत ही मासूम होते हैं। वह जल्द ही किसी से भी दोस्ती कर लेते हैं। बच्चों को जितना हो पाए अजनबियों से दूर रखना चाहिए। क्योंकि ये अजनबी ही हैं जो बच्चों के भोलेपन का फायदा उठा लेते हैं।

अजनबियों

अजनबियों की पहचान कराएं

बच्चों को सही और गलत की पहचान कराना आसान बात नहीं है लेकिन उनको समझाना भी उतनी ही जरूरी है। बच्चों को एक उम्र के बाद अपने अच्छे और बुरे की समझ होनी चाहिए। उनको प्यार से समझाना होगा कि रास्ते में अगर कोई भी कुछ दें तो उसे लेना कितना गलत है। बच्चों को हमेशा कोशिश करें कि अपनी देख-रेख में ही अजनबियों से मिलवाएं। बच्चों को पुलिस, घर के पास वाली आंटी की पहचान करवाएं। ताकि जरूरत पड़ने पर वह आपकी मदद कर सके।

सुनसान जगहों पर जाने से रोकें

बच्चों को ये बताना भी जरूरी है कि अकेले सुनसान जगह पर जाना उनके लिए परेशानी का कारण हो सकता है। उन्हें खेलने या घूमने के लिए सुनसान मकान, पार्किंग लॉट, अंधेरी गलियां और रास्ते आदि जगहों पर नहीं जाना चाहिए। बच्चों को उन रास्तों और जगहों की जानकारी भी दे, जहां वो मदद के लिए जा सकें। जैसे पुलिस स्टेशन, स्कूल या किसी जानने वाले का घर आदि। कोशिश करें कि बच्चों उसका, अपने मां-बाप और घर का पता जितनी जल्दी हो याद करा दें। ये उसके लिए अच्छा रहेगा।

किन अंगों को छूना है गलत ये भी बताएं

बच्चों को अच्छे और बुरे टच की जानकारी होनी ही चाहिए। ऐसे केवल लड़कियों के लिए ही नहीं बल्कि लड़को के लिए भी होना चाहिए। बच्चों को समझाएं कि किसके पास जाकर बैठना है और किसके पास जाकर नहीं। यह बातें एक बार में समझ आने वाली नहीं है। इन बातों को समझाने के लिए आपको बार-बार अपने बच्चों को समझाना होगा। बच्चे के साथ दिनभर क्या हुआ यह जानना भी उतना ही जरूरी है। बच्चों को मैनर्स और एटिकेट्स भी सिखाना चाहिए।

बच्चों के साथ ही खेलें

कोशिश करें कि आपका बच्चा हमेशा बच्चों के साथ ही खेलें। अगर आपका बच्चा आपके और दूसरे बच्चों के साथ ज्यादा समय बिताएंगा तो उसका अजनबियों के साथ जाने का खतरा भी काफी हद तक कम हो जाएगा। बच्चे को आप बिना बात की बातों को ना बताएं इससे वह घबरा जाएंगे।

 

 

 

LIVE TV