Kanpur: एम्बुलेंस चालकों की हड़ताल देख जिला प्रशासन ने की नई व्यवस्था की शुरुआत
उत्तर प्रदेश के कानपुर में एंबुलेंस चालक अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर अड़े हुए हैं लेकिन ऐसा लग रहा है कि सरकार उनकी मांगों पर तवज्जो नहीं दे रही। इस बीच मरीजों का बुरा हाल है कानपुर शहर में 102 और 108 एंबुलेंस को कॉल करने वाले मरीज जैसे तैसे अस्पताल तो पहुंच रहे हैं लेकिन एंबुलेंस चालक और उसमें मौजूद रहने वाले टेक्नीशियन की कमी के चलते उन्हें इलाज मिलना दूभर नजर आ रहा है। ऐसे में एम्बुलेंस चालकों का आंदोलन लंबा खिंचता देख नई व्यवस्था शुरू की गई हैं।
दरअसल, जिला प्रशासन और पुलिस की मदद से स्वास्थ विभाग ने एंबुलेंस को चलाने के लिए ड्राइवरों की मांग की है। सीएमओ डॉ. नेपाल सिंह ने बताया कि 80 में से 65 एंबुलेंस को चलाने की व्यवस्था कर ली गई है।जबकि 3 ALS यानी एडवांसड लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस में से 2 ALS चलाई जा रही हैं।
एंबुलेंस चलाने आए ड्राइवर मोहम्मद अनीस ने बताया कि जो ड्राइवर टेंपो, ट्रक और दूसरी गाड़ी चलाते थे उन्हें एंबुलेंस को चलाने के काम में लगाया गया है। ऐसे में एंबुलेंस नौसिखिए चला रहे हैं और तमाम गलतियां भी कर रहे हैं। उन्हें ये आशा है कि अब उनकी नौकरी स्थायी हो सकती है क्योंकि उन्हें ऐसा कहकर एंबुलेंस चलवाई जा रही है।
वही अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत संविदा चालकों का कहना है कि उनकी मांगें माने जाने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। स्वास्थ्य विभाग ने जो वैकल्पिक व्यवस्था की है वह लंबे समय तक नहीं चल सकती क्योंकि इन ड्राइवरों को ना तो एंबुलेंस चलाने का अनुभव है और ना ही तकनीकी स्टाफ उपलब्ध है।