कमल हासन का विवादित बयान, कहा- समाज में मौजूद है ‘हिंदू आतंकवाद’  

हिंदू आतंकवादमुंबई। कमल हासन के बयान और उनके टिप्‍पणी अक्‍सर उन्‍हें विवादों से जोड़ देते हैं। एक बार फिर ऐसा ही कुछ हुआ है। इस बार कमल हासन ने हिंदू आतंकवाद का मुद्दा उठाकर बड़ी बहस छेड़ दी है। हिंदू कट्टरपंतियों पर बयान देकर कमल कई राजनैतिक शख्‍सियत के निशाने पर आ गए हैं।

बीते कुछ समय से कमल का नाम राजनिति से जुड़ रहा है। केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से कमल की मुलाकात ने तमिलनाडु की राजनीति में कदम रखने की अटकलों को तेज कर दिया है।

हाल ही में दिए कमल के बयान के मुताबिक राइट विंग और हिंदू कैंप में आतंकवाद घुस चुका है। सिर्फ इतना ही नहीं वो अपनी मसल पॉवर का इस्‍तेमाल तक कर रहा है।

कमल अपने बयानों की वजह से बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) विचारक राकेश सिन्हा के सीधे निशाने पर आ गए हैं।

दक्षिणपंथी राजनीति करने वालों पर सीधा निशाना साधते हुए कमल हासन ने कहा, ‘पहले दक्षिणपंथी हिंदू लोग हिंसा में शामिल नहीं होते थे, वे अपने विरोधियों का तर्कों के आधार पर विरोध करते हुए शास्त्रार्थ करते थे। लेकिन, ये पुरानी रणनीति हार गई और अब वे जो करते हैं, उसमें बल प्रयोग होता है। अब उन्होंने हिंसा फैलाना शुरू कर दिया है।’

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कमल हासन के मुताबिक, ‘हिंदू आतंकवाद की बात कहने वाले लोगों को दक्षिणपंथी चैंलेज नहीं कर सकते हैं, क्योंकि आतंक हिंदू कैंप में भी पहुंच गया है। इस तरह की आतंकी गतिविधियां उन्हें किसी तरह की मदद नहीं करने वाली।’

कमल के बयान पर बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) विचारक राकेश सिन्हा ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। इसकी वजह से महौल काफी गर्म हो गया है। इस पर सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा, ‘कमल हासन ईमानदार व्यक्ति नहीं हैं और न ही निष्पक्ष हैं। अगर होते एनआईए को जाकर बताते या कम्प्लेन रजिस्टर करते, जो उन्होंने नहीं किया। स्वामी ने कहा कि वो चापलूस आदमी हैं। जयललिता के खिलाफ जब हम भ्रष्टाचार के केस चला रहे थे तब वो चूहे की तरह बिल में दुबक कर बैठ गए थे, आज तक उन्होंने किसी भी सार्वजनिक आंदोलन हिस्सा नहीं लिया।’

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वह यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा कि, ‘उसकी तीन फिल्में फ्लाप हो चुकी हैं इसलिए अब सिनेमा से रिटायरमेंट चाहता है। इसलिए इस तरह के स्टेटमेंट दे रहा हैं। उसका कुछ होने वाला नहीं है, इसलिए कम्युनिस्टों की चापलूसी कर रहा है। लेनिन ने कहा था कि कई इडियट भी यूजफूल होते हैं। स्वामी ने कहा कि वो आधारहीन आरोप लगा रहे हैं, उनके पास कोई सबूत नहीं है।‘

वहीं राकेश सिन्हा का कहना है कि कमल तमिलनाडु में पीएफआई और अल उम्मा की वजह से ऐसे बयान दे रहे हैं। राकेश के मुताबिक, ‘हिंदू सभ्यता के अपमान और भावनाओं को आहत करने के लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। कमल हासन की कोशिश भावनाएं भड़काने की है।’

उन्होंने कहा कि, ‘समय बहुत महत्वपूर्ण है, जब केंद्रीय एजेंसियों ने पीएफआई पर बैन लगाने की बात कही, तो कमल हासन ने हिंदू आतंक की बात कहकर उसे बचाने की कोशिश कर रहे हैं।’

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