बुरे फंसे लालू को सजा सुनाने वाले जज, नहीं मिल रहा रास्ता

जज शिवपाल सिंहझारखंड। लंबे समय से चले आ रहे चारा घोटाला मामले में न्याय करने वाले रांची सीबीआई कोर्ट के जज शिवपाल सिंह इस समय काफी परेशान हैं। न्याय की कुर्सी पर बैठ कर शिवपाल सिंह ने लालू यादव को साढ़े तीन साल के लिए जेल तो भेज दिया है पर अब वो खुद प्रसाशनिक अधिकारियों का चक्कर लगाते-लगाते बेहाल हो चुके हैं।

यह भी पढ़ें : लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर सपा की रणनीति, 17 जनवरी से अखिलेश शुरू करेंगे ये बड़ा काम

दरअसल, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाला मामले में दोषी करार देते हुए साढ़े तीन साल के लिए जेल भेजने के बाद सुर्खियों में आए रांची सीबीआई कोर्ट के जज शिवपाल सिंह इस वक़्त खुद न्याय के लिए जालौन में अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं। फिर भी उन्हें न्याय नहीं मिल पा रहा है।

जज शिवपाल सिंह अपनी पैतृक जमीन के बीचों-बीच चक रोड निकल जाने से काफी परेशान हैं। इस मामले में वे कई बार जालौन के आला अधिकारियों के चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन अधिकारी उनकी समस्या पर तनिक भी गौर नहीं कर रहे हैं। जिससे जज और उनका परिवार परेशान है। शिवपाल सिंह मूल रूप से जनपद जालौन के गांव शेखपुर खुर्द के निवासी हैं।

यह भी पढ़ें : चंडीगढ़ छेड़छाड़ केस: वर्णिका कुंडु से 5 घंटे में पूछे गए 500 सवाल

इस मामल में शिवपाल सिंह के भाई सुरेन्द्र पाल सिंह ने बताया कि “मामला 2006 का है। उनके भाई शिवपाल एवं उनकी जमीन शेखपुर खुर्द में अराजी नंबर 15 और 17 में है। जिसके वह संक्रमणीय भूमिधर है। लेकिन उनकी जमीन पर पूर्व प्रधान ने अपने कार्यकाल के दौरान बिना किसी अधिकार के चकरोड मार्ग बनवा दिया। जबकि सरकारी कागजों में चकरोड मार्ग गाटा संख्या 13 है”। सुरेन्द्र पाल ने कहा कि दूसरों को न्याय देने वाले उनके भाई को न्याय की दरकार है।

मीडिया के माध्यम से मामले ने जब तूल पकड़ा तो जालौन उप जिलाधिकारी भैरपाल सिंह ने कहा कि मामला अभी उनके संज्ञान में आया है। इसकी जांच कराकर उचित कारवाई की जाएगी।

LIVE TV