जॉन अब्राहम के एक चैलेंज से सदमे में आई मोदी सरकार, अब सुप्रीम कोर्ट चलाएगा चाबुक, चली जाएगी…
नई दिल्ली। जहां एक तरफ केंद्र सरकार देश के प्रत्येक नागरिक के लिए आधार को अनिवार्य कर रही है और इसके साथ ही तमाम केंद्रीय योजनाओं को भी आधार से लिंक कराने पर जोर दे रही है। वहीं ऐसे में अगर उसके लिए आधार को अनिवार्य बनाने को लेकर ही समस्या पैदा हो जाए तो ऐसे में पीएम मोदी के डिजिटल इंडिया मिशन को पलीता लगना लाजमी है। हाल ही में एक ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है।
दरअसल मुंबई के अंधेरी में रहने वाले जॉन अब्राहम ने मोदी सरकार को चुनौती देते हए आधार कार्ड को बनवाने से मना कर दिया है। उनका कहना है कि केंद्र सरकार के लिए इसे बनवाना अनिवार्य होगा लेकिन यह आम लोगों के साथ गंभीर अन्याय है और मैं और मेरे परिवार के लोग इसे नहीं बनवाएंगे। हालाकि आधार के अभाव में जॉन अब्राहम के बेटे को कॉलेज एडमिशन और उन्हें हास्पिटल और रिटायर के बेनिफिट लेने में काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा है।
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केंद्र सरकार के द्वारा आधार की अनिवार्यता लागू किए जाने के बावजूद भी अब्राहम अपने फैसले पर अटल हैं और सिस्टम के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी है। बता दें कि अब्राहम भारतीय रेलवे में कार्यरत थे और हाल ही में उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली थी लेकिन आधार कार्ड के अभाव में उन्हें पेंशन दी जाएगी या नहीं, इस बात का उन्हें जरा सा भी आभास नहीं था।
केंद्र सरकार की इस बाध्यता के बाद इसी साल अगस्त में अब्राहम ने बॉम्बे हाईकोर्ट का रुख किया है। जहां उन्होंने कहा है कि उनके बेटे को बिना आधार के सेंट जेवियर कॉलेज में कक्षा बारह में दाखिला दिए जाने के निर्देश दिए जाएं। लेकिन उनकी मुश्किलें यहां भी कम नहीं हुई हैं। क्योंकि कोर्ट ने इस मामले में उन्हें कोई भी राहत देने से साफ मना कर दिया है। कोर्ट का कहना था कि अब्राहम को आधार बनवाना ही पड़ेगा तभी उन्हें राहत मिल सकती है।
वहीं हाईकोर्ट की इस दलील के बाद अब जॉन अब्राहम ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में हाई कोर्ट से जवाब मांगा है। अब्राहम का कहना है कि आखिर मेरे बेटे के स्कूल में दाखिले के दौरान आधार मांगने का क्या औचित्य था। इस नियम का शिक्षा के अधिकार से क्या लेना-देना है। उनका कहना है कि केंद्र सरकरा के इसी नियम की वजह से मेरे बेटे का आधा साल बर्बाद गया, आखिर इसका जिम्मेदार कौन होगा।