इतिहास बदलने को तैयार जिनपिंग, चीन के भविष्य पर ताल ठोकने की कोशिश में जुटी ‘पार्टी’
बीजिंग। अन्य मुल्कों में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की छवि के बारे में भले ही अच्छी या बुरी बातें होती रहें, लेकिन उनके देश में उनके नाम का डंका बोलता है। इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि चीन में उन्हें एक बार फिर राष्ट्रपति बनाने की कवायद चल रही है। बता दें चीन में अभी तक कोई भी व्यक्ति सिर्फ दो ही बार राष्ट्रपति पद पर नियुक्त किया जा सकता है। लेकिन यहां की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की नियमों में फेरबदल करने की कोशिश शायद इस बार इतिहास बदल जिनपिंग को तीसरी बार चीन का राष्ट्रपति बनने वाला पहला इंसान बना दे।
श्रीदेवी की मौत पर निकला RGV का ‘नशा’, लिखा- आई हेट हर
खबरों के मुताबिक़ रविवार को देश की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी ने इस सिलसिले में एक प्रस्ताव पेश किया है।
इसमें संविधान के उस नियम को बदलने के लिए कहा गया है जिसके मुताबिक कोई भी शख्स अधिकतम सिर्फ दो बार ही प्रेसिडेंट रह सकता है।
पिछले साल कम्युनिस्ट पार्टी ने नेशनल कांग्रेस की बैठक में शी जिनपिंग को दूसरी बार राष्ट्रपति चुना गया था।
असदुद्दीन ओवैसी का खुला चैलेंज, कहा- ‘फिर वहीँ बनेगी बाबरी मस्जिद’
अगर चीन के संविधान में बदलाव किया जाता है तो जिनपिंग पहले राष्ट्रपति होंगे जिन्हें 2 बार से ज्यादा राष्ट्रपति बनने का मौका मिलेगा।
खबरों के मुताबिक, इसको लेकर पार्टी की सेंट्रल कमेटी ने संसद में प्रस्ताव दिया है। इस प्रस्ताव के तहत उपराष्ट्रपति भी दो कार्यकाल से ज्यादा समय तक पद पर रह सकते हैं।
“कम्युनिस्ट पार्टी की सेंट्रल कमेटी ने संविधान से उस नियम को हटाने का प्रस्ताव रखा है जिसमें कहा गया है कि राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति लगातार दो बार से ज्यादा पद पर नहीं रह सकते।”
सेंट्रल कमेटी ने ‘समाजवाद और चीन के नए युग की विशेषता’ पर दिए गए जिनपिंग के विचारों को संविधान में शामिल करने का प्रस्ताव भी संसद में रखा है।
चीन के संविधान को बदलने के लिए संसद की सहमति जरूरी होगी। माना जा रहा है कि इन प्रस्तावों में बिल्कुल भी रुकावट नहीं आएगी, क्योंकि संसद के सभी मेंबर्स पार्टी के वफादार हैं।
बता दें चीन में पार्टी और मिलिट्री चीफ बने रहने की कोई सीमा नहीं है। हालांकि, अधिकतम 10 साल इन पदों पर रहना आदर्श सीमा मानी जाती है।
देखें वीडियो :-