अपने ही मंत्रियों के निशाने पर झारखंड सरकार, एक रूपये में कर दिया कई एकड़ जमीन का आबंटन
रांची। झारखंड की सरकार द्वारा लिए गये एक फैसले पर पार्टी के भीतर ही विरोध शुरू हो गया है। दरअसल, झारखंड कैबिनेट ने अपने एक फैसले में महज एक रुपये के शुल्क पर बेंगलुरु की इस्कॉन और अक्षय पात्र फाउंडेशन की संस्था ग्रेट इंडिया टैलेंट फाउंडेशन को बुंडू में 62.26 एकड़ जमीन देने का फैसला लिया। इसके बाद कैबिनेट में शामिल दो मत्रियों ने इसका शुरू कर दिया। ये दोनों ही कैबिनेट के फैसले से असहमत हैं। इन मंत्रियों का मानना है कि इस प्रकार जमीन देने का निर्णय ठीक नहीं है।
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बता दें इस मसले पर नगर विकास मंत्री सीपी सिंह और खाद्य और आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने आपत्ति दर्ज कराई है।
वहीँ दोनों मंत्रियों के मुताबिक, ‘पहले संस्था को सशुल्क जमीन देने की बात हुई थी, जिसे मुख्यमंत्री के दखल के बाद अचानक एक रुपये के शुल्क पर देने का फैसला ले लिया गया। जिसपर मंत्री आपत्ति जता रहे हैं।
सरयू राय ने कहा कि वे बिंदुवार अपनी आपत्तियों को राज्य सरकार को बताएंगे। साथ ही वे इसकी जानकारी सार्वजनिक भी करेंगे कि उन्हें किन-किन बिंदुओं पर आपत्ति है।
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बता दें यह जमीन बुंडू के दामि मौजा में स्थित है। यह संस्था यहां दस हजार बच्चों के लिए आवासीय स्कूल के निर्माण के साथ-साथ बच्चों के भोजन के लिए आदर्श किचन भी बनावायेगा।
पतंजलि को दी गई थी जमीन
यह जमीन पहले योग गुरु बाबा रामदेव के पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट को 30 वर्षों के लीज पर दी गयी थी। लेकिन बीते 11 वर्षो में कोई काम नहीं करने पर सरकार ने प्रस्ताव रद्द करते हुए फैसला लिया कि यह जमीन अक्षय पात्र फाउंडेशन और ग्रेट इंडिया टैलेंट फाउंडेशन को दिया जाए।
बता दें यहां पर ट्रस्ट की योजना आयुर्वेदिक पौधे लगाकर उत्पादन करने की थी।