Jet Airways की बढ़ी मुश्किलें , एक साथ नहीं चुका पाएंगे पायलटों की सैलरी

नई दिल्ली  : प्राइवेट सेक्टर की एविएशन कंपनी जेट एयरवेज ने शनिवार को पायलटों और मेंटनेंस स्टाफ को बकाया वेतन देने में असमर्थता जताई है। लेकिन कंपनी ने दिसंबर तक 87.5 फीसदी सैलरी देने का आश्वासन दिया है। वहीं कंपनी के एक हजार से ज्यादा पायलटों ने 1 अप्रैल से विमान नहीं उड़ाने के अपने फैसले पर अडिग रहने का निर्णय किया है।

jet airways

बता दें की इस बीच एयरलाइन पायलट बॉडी और नेशनल एविएटर्स गिल्ड (एनएजी) ने रविवार को नई दिल्ली और मुंबई में अपने मेंबर्स को अपनी बात रखने और कंपनी की बात सुनने के लिए बुलाया है।

मुरादाबाद सीट से कांग्रेस के बाद सपा सरकार ने बदला उम्मीदवार

देखा जाये तो कंपनी के एक हजार से ज्यादा पायलटों ने 1 अप्रैल से विमान नहीं उड़ाने के अपने फैसले पर अडिग रहने का निर्णय किया है. ऐसे में पैसेंजर्स को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है, क्योंकि 30 अप्रैल तक जेट एयरवेज ने अपनी 30 उड़ानें कैंसिल कर दी हैं। एक तिहाई उड़ानें ही ऑपरेशन में हैं। साथ ही ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में इसमें और कटौती की जा सकती है। जहां कंपनी भारी कर्ज़ तले दबी है।

 

दरअसल जेट एयरवेज के करीब 1100 पायलटों के प्रतिनिधित्व का दावा करने वाले संगठन ‘नेशनल एविएटर्स गिल्ड’ ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि अगर उनके बकाये वेतन का भुगतान नहीं किया गया और 31 मार्च तक पुनर्जीवन योजना पर स्थिति स्पष्ट नहीं की जाती है तो वे एक अप्रैल से विमान नहीं उड़ाएंगे।

लेकिन लगातार घाटे में चल रही और नकदी संकट से जूझ रही जेट एयरवेज पिछले चार महीने से कर्मचारियों की सैलरी भी नहीं दे पाई है। जहां इसकी वजह से उसे अपने कई विमानों को खड़ा करना पड़ा है और साथ ही वह कर्मचारियों के वेतन भुगतान तथा कर्ज़ भुगतान में भी देरी हो रही है।

LIVE TV