
जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले के गुरेज सेक्टर में भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक संयुक्त अभियान में नियंत्रण रेखा (LoC) पर घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया। इस ऑपरेशन में दो आतंकियों को मार गिराया गया। यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर पुलिस की खुफिया जानकारी के आधार पर शुरू की गई थी, जिसमें संभावित घुसपैठ की सूचना मिली थी।

श्रीनगर स्थित चिनार कॉर्प्स ने बताया कि सतर्क सैनिकों ने गुरेज सेक्टर में संदिग्ध गतिविधि देखी और आतंकियों को चुनौती दी। जवाब में आतंकियों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू की, जिसका सुरक्षाबलों ने प्रभावी जवाब दिया और दो आतंकियों को ढेर कर दिया। यह ऑपरेशन ‘नौशेरा नर IV’ के तहत चलाया गया। अभी तक आतंकियों की पहचान और उनके पास मौजूद हथियारों या सामग्री के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन ऑपरेशन जारी है।
पृष्ठभूमि और हाल के घटनाक्रम
यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों के खिलाफ सुरक्षाबल लगातार सतर्क हैं। इससे पहले, 13 अगस्त 2025 को उरी सेक्टर में एक सैनिक की शहादत के साथ एक अन्य घुसपैठ की कोशिश को नाकाम किया गया था। इसके अलावा, अप्रैल 2025 में पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 पर्यटकों की मौत हुई थी, के बाद से सुरक्षाबलों ने अपनी कार्रवाइयों को और तेज कर दिया है। उस हमले में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकी संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने जिम्मेदारी ली थी, जिसे पाकिस्तान समर्थित माना जाता है।
क्षेत्र में बढ़ती सुरक्षा चुनौतियां
पंजाब और जम्मू-कश्मीर में हाल की बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं ने सुरक्षा व्यवस्था को और जटिल किया है। जम्मू में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण यातायात और संचार सेवाएं प्रभावित हुई हैं, जिससे सुरक्षाबलों को चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में काम करना पड़ रहा है। फिर भी, सेना और पुलिस का यह संयुक्त अभियान आतंकवाद के खिलाफ उनकी सतर्कता और त्वरित कार्रवाई को दर्शाता है।
सुरक्षाबल आतंकी खतरों से निपटने के लिए लगातार निगरानी और अभियान चला रहे हैं। केंद्र सरकार और स्थानीय प्रशासन ने क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठाने की प्रतिबद्धता जताई है।