आतंक के खिलाफ हमेशा असफल रहा है अमेरिका, ISIS के खिलाफ हार तय

ISIS के खिलाफनई दिल्ली सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद ने सीरिया में अमेरिकी की ISIS के खिलाफ कार्रवाई पर सवाल उठाए और देश में तैनात अमेरिकी सैनिकों को आक्रमणकारी करार दिया, क्योंकि इन सैनिकों को देश में प्रवेश की अनुमति उन्होंने नहीं दी थी।

असद ने कहा कि ट्रंप प्रशासन आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा है। असद के मुताबिक, “मेरे निमंत्रण या परामर्श या अनुमति के बगैर सीरिया आने वाला कोई भी विदेशी सैनिक आक्रमणकारी है, चाहे वह अमेरिकी, तुर्की हों या कोई अन्य।”

असद ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि इससे कोई मदद मिलने वाली है। वे करने क्या जा रहे हैं? आईएसआईएस से लड़ने जा रहे हैं? अमेरिका लगभग हर युद्ध हार रहा है। वे इराक में हारे, अंत में उन्हें वहां से वापस लौटना पड़ा। यहां तक कि सोमालिया में, अतीत में वियतनाम और अफगानिस्तान में भी। वे कहीं सफल नहीं हो पाए।”

सीरियाई राष्ट्रपति ने कहा, “..वे समस्या पैदा करने और तबाही में माहिर हैं, लेकिन वे समाधान निकालने में विफल हैं।”

अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि अमेरिकी मरीन वहां लड़ रहे अमेरिका समर्थित स्थानीय बलों को मदद करने के लिए तोपों के साथ उत्तरी सीरिया पहुंचे हुए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, वे आईएस की स्वघोषित राजधानी रक्का पर हमले की तैयारी कर रहे हैं।

लेकिन पेंटागन ओर मरीन कॉर्प्स ने सुरक्षा कारणों से इस तैनाती की पुष्टि करने से इंकार कर दिया है। अमेरिका ने सीरिया के मनबिज में और उसके आसपास भी लगभग 100 आर्मी रेंजर्स तैनात कर रखे हैं।

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