इंटेलिजेंस ने PFI पर जारी किया अलर्ट, तेलंगाना में भी हो सकते हैं RSS नेताओं पर हमले

PFI पर बैन लगने के बाद इंटेलिजेंस ने बड़ा अलर्ट जारी किया है। अलर्ट में ये बताया गया है कि जैसे केरल और तमिलनाडु में पीएफआई के हमले हुए हैं ऐसे ही तेलंगाना में भी हो सकते हैं।

भारत में केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर इंटेलिजेंस ने अलर्ट जारी किया है। इंटेलिजेंस ने कहा है कि जिस तरह से केरल और तमिलनाडु में PFI के हमले हुए हैं इसी तरह तेलंगाना में भी हो सकते हैं। इसको लेकर राज्य सरकार को जानकारी दी गई गई है। केरल और तमिलनाडु में आरएसएस और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं पर हमलों के बाद यह अलर्ट जारी किया गया है। इंटेलिजेंस ने कहा है कि इस तरह के हमले तेलंगाना में भी होने की आशंका है इसे नकारा नहीं जा सकता।

इंटेलिजेंस द्वारा अलर्ट के बाद राज्य सरकार और सुरक्षा एजेंसियां तुरंत ही एक्टिव हो गई हैं। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को इस खतरे के बारे में सूचना दे दी है इसके साथ ही पीएफआई संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं पर कड़ी नजर रखी जा रही है। उनसे संबंधित लोगों पर भी निगरानी रखी जा रही है। राज्य सरकार इस मामले में बेहद सावधानी बरत रही है। राज्य के अधिकारियों का कहना है कि तेलंगाना में कानून व्यवस्था न बिगड़े इस पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है।

तमिलनाडु और कर्नाटक में कार्रवाई
प्रतिबंधित संगठन पीएफआई के पांच कार्यकर्ताओं के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां निवारण अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस सूत्रों ने शनिवार को यह जनकारी दी. उन्होंने बताया कि यह कदम इन कार्यकर्ताओं के परिसरों पर 13 अक्टूबर को हुई छापेमारी के दौरान उनके गैरकानूनी गतिविधियों में कथित तौर पर संलिप्त होने के संकेत मिलने के बाद उठाया गया है. सूत्रों के मुताबिक, आरोपी कर्नाटक के जोकट्टे, कस्बा बेंगरे, उल्लाल, किन्या और अडयार के रहने वाले हैं. सूत्रों के अनुसार, पीएफआई कार्यकर्ताओं पर यूएपीए के अलावा भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत भी आरोप लगाए गए हैं। तमिलनाडु के कोयंबटूर जिला प्रशासन ने शुक्रवार को यहां प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के चार कार्यालयों को सील कर दिया।

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