विदेश मंत्री के दौरे से पहले ड्रैगन का दावा, चीन के आसमान में घुसा भारतीय ड्रोन
नई दिल्ली| विदेश मंत्री वांग यी 11 दिसंबर को भारत आने वाले हैं लेकिन सीमा पर भारत और चीन के बीच तनातनी जारी है. गुरुवार को चीन ने एक बार फिर भारत पर बड़ा आरोप लगाया. चीन का दावा है कि एक भारतीय ड्रोन उसकी वायु सीमा में घुस आया और रेकी की.
विदेश मंत्री के दौरे से पहले ड्रामा
चीनी वेस्टर्न कमांड ज्वाइंट स्टाफ डिपार्टमेंट के डिप्टी हेड झांग शुइली का कहना है कि एक भारतीय यूएवी ने चीन के एयरस्पेस में घुसपैठ की. उनका कहना था कि बॉर्डर पर तैनात चीनी सैनिकों ने इस बात को स्वीकार किया है. उन्होंने इस पर कड़ा ऐतराज जताया.
शुइली ने कहा कि अगर ऐसा हुआ है तो ये चिंता की बात है. हम इस पर कड़ी आपत्ति जताते हैं. हम चीन की संप्रभुता को सुरक्षित करने के लिए हर कदम उठाएंगे.
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इससे पहले चीन ने अरुणाचल प्रदेश में बहने वाली सियांग (ब्रह्मपुत्र) नदी को ढाल बनाते हुए भारत को तलवार दिखाने की नापाक कोशिश की थी. इस नदी का पानी अचानक काला पड़ने लगा है जिसका जिम्मेदार चीन को माना जा रहा था. इसके जवाब में चीन ने पूरे अरुणाचल प्रदेश को अपना अभिन्न अंग बताया था. सियांग नदी दक्षिणी तिब्बत में यारलुंग सांगपो नाम से बहती है और असम में ब्रह्मपुत्र बन जाती है.
अरुणाचल प्रदेश पर ठोंका था दावा
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने लिखा था कि अरुणाचल हमारा अभिन्न अंग है. हम इसमें बहने वाली नदी को गंदा नहीं कर सकते. अपने पर्यावरण की रक्षा करना चीन का कर्तव्य है.
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चीनी अखबार ने लिखा था कि भारत को जल जैसे मुद्दों पर इस तरह की बयानबाजी नहीं करनी चाहिए. इससे दोनों देशों के संबंध खराब होंगे.
यहां गौर करने वाली बात ये है कि चीन के इस सरकारी अखबार में लिखी हर बात को सरकार का वक्तव्य माना जाता है. यहां की मीडिया पर पूर्ण सरकारी नियंत्रण है.