इमरान ने कर दी चीन से ये मांग, क्या ‘ड्रैगन’ चलायेगा पाकिस्तान की सत्ता!

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) का ध्यान चौड़ी सड़कों से हटाकर कृषि, नौकिरयों के सृजन और विदेशी निवेश की ओर करने का फैसला किया है। खान की अध्यक्षता में सोमवार को हुई एक बैठक में यह फैसला लिया गया।

इमरान

सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने डॉन न्यूज को बताया, “पहले सीपीईसी का एकमात्र मकसद सड़कों और राजमार्गो का निर्माण था लेकिन अब प्रधानमंत्री ने फैसला किया है कि इसका प्रयोग कृषि क्षेत्र का समर्थन, नौकिरयों का अधिक सृजन और सऊदी अरब जैसे अन्य विदेशी राष्ट्रों को देश में निवेश के लिए आकर्षित करने के लिए भी किया जाएगा।”

उन्होंने कहा कि नवंबर के पहले सप्ताह में खान का चीन दौरा प्रस्तावित है, जिसकी चर्चा भी बैठक के दौरान की गई।

चौधरी ने कहा, “दौरे के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं। तारीख को अभी तय किया जाना बाकी है।”

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बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि चीन के साथ रणनीतिक सहकारी साझेदारी को मजबूत करना पाकिस्तान की विदेश नीति का आधार है और सीपीईसी परियोजनाओं को जल्द लागू करने से पाकिस्तान-चीन आर्थिक संबंधों की वास्तविक क्षमता को न केवल दोनों देशों की बल्कि पूरे क्षेत्र की वास्तविक क्षमता को जानने में मदद मिलेगी।

खान ने कहा कि चीनी अनुभव से सीखने के लिए सीपीईसी एक अच्छा अवसर है, विशेषकर सामाजिक, कृषि और अन्य क्षेत्रों में।

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