अगर नहीं उठे सूर्योदय से पहले तो हो सकती हैं यह परेशानियां

सोने से दिनभर की थकावट और चिंता छुट से छूमंतर हो जाती है। पूरे दिन के लंबे काम के बाद चैन की नींद लेना तो बनता ही है। लेकिन सोने का भी एक निश्चित समय होता है। अगर आप कभी भी सोते हैं तो इसका आपके ऊपर गलत प्रभाव पड़ता है। हिंदू धर्म में ब्रह्म मुहूर्त का विशेष महत्व है। आइये जानते हैं ब्रह्म मुहूर्त से जुड़े कुछ प्रभावों के बारे में।

सूर्योदय

हिंदू धर्म में ब्रह्म मुहूर्त का विशेष महत्व है। ऋषि मुनियों के अनुसार इस समय नहीं सोना चाहिए। इस समय सोने से सेहत पर गलत प्रभाव पड़ते हैं। ऋषि मुनियों के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त में नींद त्याग देनी चाहिए। शास्त्रों के अनुसार इस समय सोना निषेध माना जाता है।

इसलिए मनुस्मृति में कहा भी गया है –

“ब्रह्ममुहूर्ते या निद्रा सा पुण्यक्षयकारिणी”

अर्थ – ब्रह्ममुहूर्त की निद्रा पुण्य का नाश करने वाली होती है।

कौन सा है ब्रह्म-मुहूर्त का सही समय

ब्रह्म-मुहूर्त का समय सुबह 4 बजे से 5 बजे के बीच का माना जाता है।

रात के आखिरी प्रहर की तीसरा हिस्सा या सूर्योदय से लगभग डेढ़ घण्टे पहले ही ब्रह्ममुहूर्त होता है।

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धार्मिक महत्व

माना जाता है अगर आप इस समय में जग जाते हैं तो आपको आलौकिक सुख और शांति मिलती है।

ज्यादातर मंदिरों के पट भी इसी समय पर खुल जाते हैं।

अगर आप सुबह जल्दी उठकर भगनाव की पूजा करते हैं तो आप सदा निरोगी, सुंदर, सुख और ऊर्जा के हकदार होते हैं।

मंदिरों में भगवान का पूजन, श्रृंगार भी इसी समय पर किया जाता है।

इस समय भगवान की पूजा या ध्यान के बाद दही, घी, आईना, सफेद सरसों, बैल, फूलमाला के दर्शन करने से भी पुण्य मिलता है।

वैज्ञानिक महत्त्व

वैज्ञानिक शोध में पता चला है कि ब्रह्म-मुहुर्त में ऑक्सीजन की मात्रा सबसे ज्यादा पाई जाती है। जो हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद होती है। इस समय वायु मंडल में प्रदूषण ना के बराबर होता है।

इस समय ली गई सासं से उम्र बढ़ती है साथ ही बीमारियों का भी नाथ होता है।

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आयुर्वेदिक महत्त्व

ब्रह्म-मुहूर्त के वैज्ञानिक महत्त्व के साथ-साथ आयुर्वेदिक महत्त्व भी निहित हैं। इस समय टहलने से मन को शांति मिलती है साथ ही यह किसी संजीवनी की तरह ही काम करता है। यही कारण है कि ज्यादातर सभी लोग इस ही समय पर टहलने की सलाह देते हैं।

ऐसा मानना है कि अहर आप सुबह के समय उठकर पढ़ाई करते हैं तो यह आपके लिए फायदेमंद होता है। सुबह-सुबह दीमाग में स्फूर्ति व ताजगी बनी रहती है।

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