दुर्घटना से कैसे बचाता है ABS, क्यूँ है आपकी कार और बाइक में इसकी ज्यादा जरुरत

नई दिल्ली| ABS 1929 मे Aircraft के लिए डिजाईन किया गया था लेकिन ये कारों मे सबसे पहले 1966 मे इस्तेमाल किया गया। धीरे-धीरे 1980 के बाद से ABS को कार मे लगाया जाने लगा और आज की तारीख मे ABS System इतना Popular है की हर नयी कारो मे आपको ABS System मिल जाएगा।

दुर्घटना से कैसे बचाता है ABS, क्यूँ है आपकी कार और बाइक में इसकी ज्यादा जरुरत

ABS का सबसे बड़ा फायदा यह है के आप चाहे जितनी भी स्पीड में हो और अगर अचानक से आपको ब्रेक दबाने पड़ जाये तो आपकी मोटरसाइकिल या कार कभी Skid (फिसलन) नही करेगी। अचानक ब्रेक लगाने पर Anti-lock Braking System फीचर पहियों को लॉक नहीं होने देता है। इस वजह से ड्राइवर कार पर नियंत्रण नहीं खोता है और कार बिना फिसले और असंतुलित हुए दिशा बदल लेती है और रुक जाती है।

कैसे काम करता है ABS

यही बात Anti-lock Braking System से लैस बाइक के साथ भी होती है। बारिश के समय जब रोड गीली हो जाती है तब भी ABS ही काम आता है, मतलब ना तो तेज़ स्पीड में आपकी बाइक फिसलेगी, ना ही गिरेगी और आम ब्रेकिंग सिस्टम के मुकाबले पहले भी रूक जाएगी। साल 2019 तक देश के सभी वाहनों में Anti-lock Braking System फीचर्स को अनिवार्य कर दिया जाएगा और यह पुष्टि हाइवे मिनिस्ट्री की ओर से कर दी गई है।

Anti-lock Braking System (ABS) गाड़ी का ऐसा फीचर है, जिससे बीते सालों में सड़क हादसों की संख्या काफी हद तक घटी है। क्योंकि वाहनों में लगाया जाने वाला ABS सिस्टम एक सुरक्षा व्यवस्था है।

अब यहां थोड़ा सा पीछे जाकर कुछ जरूरी बातों पर नजर डालें तो आश्चर्यजनकरुप से पता चलता है कि भारत में बिकने वाली टॉप-10 कारों में 50 फीसदी से ज्यादा कारें ऐसी है जिनमें ABS नहीं है। इनमें इंट्री लेवल की हैचबैक सेगमेंट की लोकप्रिय कारें जैसे मारुति सुजुकी अल्टो 800, रेनॉ क्विड और हुंडई इयॉन शामिल हैं, इनमें ABS फीचर नहीं है। हालांकि, पैसेंजर सेफ्टी के प्रति बढ़ती गंभीरता को देखते हुए ज्यादातर कंपनियों ने इस दिशा में कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।

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हैचबैक कारों मसलन मारुति सुजुकी बलेनो और इग्निस में ये फीचर दिए गए हैं। अभी 10 अगस्त को लॉन्च हुई सुजुकी गिक्सर एसएफ बाइक को पहली बार एबीएस के साथ पेश किया है। एबीएस का सबसे बड़ा फायदा यह है के आप चाहे जितनी भी स्पीड में हो और तभी अगर अचानक के आपको पूरे ब्रेक एकदम से दबाने पड़ जाये तो आपकी मोटरसाइकिल या कार कभी स्किट नही करेगी और आम ब्रेक से कुछ मीटर पहली रूक जाएगी, बारिश के समय जब रोड गीली हो जाती है तब भी यह उठी ही कारगर साबित होती है। इसका अर्थ है कि ना तो तेज़ स्पीड में आपका वाहन स्किट करेगा, न गिरेगा और आम ब्रेकिंग सिस्टम के मुकाबले पहले रूक भी जाएगी।

जबकि आम ब्रेकिंग सिस्टम में तेज़ स्पीड में ब्रेक दबाने पर आपका वाहन गिर फिसल सकता है और आप गिरकर चोट खा सकते हैं। इसलिए देश में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए भारत सरकार काफी सक्रियता से काम रही है। यही वजह कि मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाइवे ने अप्रैल 2019 से सभी तरह की कारों में एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (ABS) फीचर अनिवार्य रूप से देने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद जिस सेफ्टी फीचर पर सबसे ज्यादा फोकस किया जाना है, वह है सेफ्टी एयरबैग्स।

कहा जा रहा है कि साल 2017 के बाद बनने वालीं सभी कारों में एयरबैग्स अनिवार्य रूप से दिए जाएंगे। इसी के साथ ही मौजूद मॉडल्स को साल 2019 तक एयरबैग्स से लैस करने की भी योजना है। बात एयरबैग की शुरू हुई है तो आपको बताते चलें कि जब कभी आपकी गाड़ी किसी चीज से टकराती है तो सेंसर एक्टिव हो जाता है और एयरबैग को खुलने की कमांड देता है। कमांड मिलते ही एक सेकंड से भी कम समय में एयरबैग खुल जाता है। कमांड मिलते ही स्टेयरिंग के नीचे मौजूद इंफ्लेटर एक्टिव हो जाता है।

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