अटल को कैसे मिली थी पहली जीत, सियासी साथी ने किया खुलासा

रिपोर्ट- अखिलेश्वर तिवारी

बलरामपुर। विचित्र प्रतिभा के धनी पूर्व प्रधानमंत्री पंडित अटल बिहारी बाजपेयी भले ही हमारे बीच आज नहीं हैं। परंतु उनके संस्मरण हमें हमेशा उनकी यादों को ताजा कराती रहेंगी। स्वर्गीय अटल जी के राजनीतिक जीवन की शुरूआत बलरामपुर से ही हुई थी। इसलिए उनके कई सहयोगी ऐसे हैं जो चुनाव के दौरान उनके साथ काफी वक्त साझा किए थे। उनमे से कई तो अब इस दुनिया में नहीं हैं परंतु कुछ लोग अभी भी जीवित हैं। उन्ही सहयोगियों मे से एक हैं पूर्व विधायक सुखदेव प्रसाद।

अटल

सुखदेव प्रसाद 1962 तथा 1967 में बलरामपुर क्षेत्र के तुलसीपुर विधानसभा से विधायक चुने गए थे। वह मानते हैं कि अटल जी के नेतृत्व व आशीर्वाद से ही वह दो बार विधायक रहे हैं। सुखदेव प्रसाद यह भी बताते हैं कि पंडित अटल बिहारी बाजपेयी बेहद सरल तथा हंसमुख स्वभाव के व्यक्ति थे। उनसे मिलकर ऐसा नहीं लगता था कि वह इतने बड़े व्यक्तित्व के धनी हैं।

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उन्होंने उनसे प्रधानमंत्री रहते हुए भी मुलाकात की है फिर भी उन्हें ऐसा नहीं लगा कि वह प्रधानमंत्री से मिल रहे हैं। उनकी इन्हीं यादों को लेकर सुखदेव प्रसाद काफी भावुक होते हैं। उन्होंने स्वर्गीय अटल जी के साथ जुड़ी कई संस्मरण भी बताये हैं। किस प्रकार अटल जी विषम परिस्थितियों में भी देशवासियों के लिए समर्पित रहा करते थे। बलरामपुर की जनता का सौभाग्य था कि इतने कुशल नेतृत्व व प्रतिभा के धनी पंडित अटल बिहारी बाजपेयी के साथ रहने व काम करने का मौका मिला था।

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