हरतालिका तीज 2018 : जानें हरतालिका तीज का शुभ मुहुर्त और व्रत के कठोर नियम

हरतालिका तीज भाद्रपद महीने की शुल्क पक्ष की तृतीया को मनाई जाती है। इस तीज को बड़ी तीज के नाम से भी जाना जाता है। इस तीज का हिंदू धर्म में बहुत महत्व है। इस बार यह तीज 12 सितंबर यानी कि आज मनाई जा रही है। इस दिन मां पार्वती और भगवान शिव का व्रत रखने का विशेष महत्व है। माना जाता है कि इस व्रत को रखने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

हरतालिका तीज

शुभ मुहुर्त

तीज का व्रत 12 सितंबर यानी की आज है।

उदया तिथि में 12 सितंबर को मिलने के साथ ही उस दिन शाम 06 बजकर 36 मिनट तक तृतीया रहेगी।

तीज का पूजन, व्रतकथा का श्रवण व्रती महिलाओं को शाम 06 बजकर 36 मिनट से पूर्व करना होगा।

12 सितंबर को सुबह 05 बजकर 44 मिनट पर सूर्योदय होगा, निर्जला व्रत रखने वाली महिलाएं के पूर्व तक जल ग्रहण कर सकती हैं।

12 सितंबर को सूर्यास्त सायंकाल 06 बजकर 05 मिनट पर होगा।

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व्रत के नियम

इस व्रत को सुहागिनें और कुंवारी दोनों रखती हैं। इस व्रत के कठोर होने का सबसे बड़ा कारण है इस व्रत को अगर एक बार रख लिया तो पूरी जिंदगी रखना पड़ता है।

इस दिन महिलाओं को मेहंदी लगाने का भी विशेष महत्व है।

अगर महिला बीमार है तब भी उसे इस व्रत को रखना ही पड़ता है।

अगर आप व्रत रखती हैं तो आपको कई सारी बातों का ध्यान रखना पड़ता है। इस दिन अपने पति से प्यार से रहें।

व्रत के दौरान घर में शांति का वातावरण होना चाहिए। घर में किसी भी तरह का कोई क्लेश नहीं होना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से व्रत अधूरा रह जाता है।

इस दिन व्रत के दौरान अपने घर के बड़ों पर गुस्सा नहीं करना चाहिए।

इस दिन रात में पूजा करने के बाद रातभर सोना मना है। इस व्रत में रात भर जागरण करना होता है।

व्रत के दौरान कुछ भी खाना-पीना मना होता है।

इस व्रत को अगले दिन मां पार्वती को सिंदूर चढ़ाकर ही खोला जाता है।

 

 

 

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