
गोंडा जिले में एक दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया। इटिया थोक थाना क्षेत्र के रेहरा गांव के पास सरयू नहर के पुल पर एक बोलेरो गाड़ी अनियंत्रित होकर नहर में गिर गई, जिसमें सवार 15 यात्रियों में से 11 की मौत हो गई। मृतकों में ज्यादातर एक ही परिवार के सदस्य थे, जो पृथ्वीनाथ मंदिर में जलाभिषेक के लिए जा रहे थे। शेष चार यात्रियों की हालत नाजुक बनी हुई है।

मोतीगंज थाना क्षेत्र के सीहागांव निवासी प्रह्लाद गुप्ता अपने परिवार और दोस्तों के साथ बोलेरो (रजिस्ट्रेशन नंबर UP 32 KB 1831) में सवार होकर पृथ्वीनाथ मंदिर जा रहे थे। सुबह करीब 8:30 बजे, रेहरा गांव के पास सरयू नहर के पुल पर चालक ने वाहन का नियंत्रण खो दिया, जिससे गाड़ी पुल की रेलिंग तोड़ते हुए नहर में जा गिरी। हादसे के बाद स्थानीय ग्रामीणों और राहगीरों ने बचाव कार्य शुरू किया, लेकिन गहरी नहर और तेज बहाव के कारण अधिकांश यात्रियों को बचाया नहीं जा सका।
मृतकों की पहचान इस प्रकार है:
- प्रह्लाद गुप्ता (45, सीहागांव)
- सुनीता गुप्ता (40, प्रह्लाद की पत्नी)
- रमेश गुप्ता (38, प्रह्लाद का भाई)
- शीला गुप्ता (35, रमेश की पत्नी)
- अंजलि (16, प्रह्लाद की बेटी)
- रीना (14, प्रह्लाद की बेटी)
- मनीष (12, रमेश का बेटा)
- सोनम (10, रमेश की बेटी)
- कुंवर गुप्ता (50, पड़ोसी)
- राधा देवी (48, कुंवर की पत्नी)
- अनिल कुमार (30, चालक)
चार घायलों—विकास गुप्ता (18), रीना गुप्ता (20), काजल (15), और सूरज गुप्ता (22)—को गोंडा के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
सरकारी और प्रशासनिक प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और तत्काल राहत कार्यों के निर्देश दिए। उन्होंने जिला प्रशासन को घायलों के लिए मुफ्त और त्वरित चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करने और मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आदेश दिया। गोंडा के जिलाधिकारी अरुण कुमार और पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल मौके पर पहुंचे और बचाव कार्यों की निगरानी की। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और स्थानीय गोताखोरों की मदद से शवों को नहर से निकाला गया। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि घायलों को उचित उपचार के लिए गोंडा जिला अस्पताल और लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में रेफर करने की व्यवस्था की गई है। योगी ने जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि मृतकों के परिवारों को तत्काल आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। सूत्रों के अनुसार, प्रत्येक मृतक के परिवार को 2 लाख रुपये और प्रत्येक घायल को 50,000 रुपये की सहायता राशि दी जाएगी।
जांच और संभावित कारण
पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला कि चालक की लापरवाही या नींद में गाड़ी चलाने के कारण हादसा हुआ हो सकता है। इसके अलावा, सड़क की खराब स्थिति और पुल पर रेलिंग की कमजोरी भी जांच के दायरे में है। गोंडा पुलिस ने चालक के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या (IPC धारा 304A) और अन्य संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया है, हालांकि चालक की भी मौत हो चुकी है।