Freshworks IPO: रातों रात बदली इस कंपनी के कर्मचारियों की किस्मत, एक झटके में 500 लोग बने करोड़पति

आईटी सेक्टर की कंपनी फ्रेशवर्क्स इंक (Freshworks)चेन्नई और सिलिकॉन वैली बेस्ड कंपनी बुधवार को अमेरिकी एक्सचेंज नैसडैक पर धमाकेदार एंट्री की है। बात दें की इसी के साथ ये अमेरिकी बाजार में सूचीबद्ध होने वाली पहली भारतीय सॉफ्टवेयर एज ए सर्विस (सास) कंपनी बन गई है।


फ्रेशवर्क्स इंक ने लिस्टिंग पहले आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को लॉन्च किया था। इस आईपीओ पर जिन निवेशकों ने दांव लगाया, उनको स्टॉक में लिस्टिंग के साथ ही जबरदस्त मुनाफा हुआ है।
फ्रेशवर्क्स इंक की शानदार शुरुआत की बदौलत, भारत में कंपनी के 500 से अधिक कर्मचारी अब करोड़पति है और उन्मे से लगभग 70 की उम्र 30 साल से कम है। टेक फर्म के शेयर बुधवार को न्यूयॉर्क ट्रेडिंग में 47.55 डॉलर पर बंद हुए, जिससे इसका मार्केट कैपिटल 13 बिलियन डॉलर का हो गया।

जाने क्या है फ्रेशवर्क्स ?
बात दें की फ्रेशवर्क्स की शुरुआत 2010 में गिरीश मातृभूमि (Girish Mathrubhootam) और शान कृष्णासामी द्वारा चेन्नई में की गई थी। इस कंपनी ने सिलिकॉन वैली का रुख किया। हालांकि, कंपनी के पास चेन्नई में पर्याप्त कार्यबल है। फ्रेशवर्क्स के वैश्विक स्तर पर 4,300 कर्मचारी हैं और 76 फीसदी कर्मचारियों के पास कंपनी में शेयर हैं।

बता दें कि कि फ्रेशवर्क्स इंक ने आईपीओ के जरिये अमेरिका में 91.2 करोड़ डॉलर जुटाने का लक्ष्य रखा था। अमेरिकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग (एसईसी) को भेजी सूचना में फ्रेशवर्क्स इंक ने बताया था कि उसकी योजना 2.85 करोड़ श्रेणी ए सामान्य शेयरों की पेशकश अधिकतम 32 डॉलर प्रति शेयर के मूल्य पर करने की है।

फ्रेशवर्क्स इंक के सीईओ गिरीश मातृभूमि (Girish Mathrubhootam) ने लिस्टिंग के माध्यम से कर्मचारियों के लिए पैसा कमाने पर कहा कि ‘मैं वास्तव में खुश और गौरवान्वित हूं. कंपनी की इस उपलब्धि से मैं बहुत खुश हूं। इस आईपीओ ने मुझे अब तक फ्रेशवर्क्स के उन सभी कर्मचारियों के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने का मौका दिया है, जिन्होंने पिछले दस वर्षों में हम पर विश्वास किया है और फ्रेशवर्क्स में योगदान दिया है।’

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