फराह खान का ट्वीट, ‘पितामाह’ भुगत रहे बुरे कर्मों का फल
मुंबई। बाबरी विध्वंस की 25वीं बरसी ने हजारों लोगों के पुराने जख्मों को हरा कर दिया है। 6 दिसंबर की तारीख न केवल राम की नगरी अयोध्या के लोग अपने जहन से मिटा सकते हैं न ही देशवासी। 6 दिसंबर 1992 का वो दिन इतिहास के पन्नों में ऐसा दर्ज हुआ है कि इसे लाख चाहकर भी भुलाया नहीं जा सकता है।
जिस देश की शक्ति उसकी एकता मानी जाती रही है। वहीं 25 साल पहले धर्म के नाम पर ऐसा विध्वंस हुआ कि लोग आजतक उससे उभर नहीं पाए हैं। सेलिब्रिटी हो या आम इंसान किसी मन में आक्रोश है तो किसी के मन में संतोष।
उस रोज न केवल धर्म के नाम पर राजनीति की बिसात बिछी थी बल्कि देश भी धर्मों के नाम पर बंट गया था। कहीं न कहीं आज भी उस आक्रोश की आग उस कौम के दिल में जिंदा है, जिन्हें बाबरी मस्जिद ढह जाना गलत लगा था। उनलोग के दिल में आज भी वो गुस्सा भरा है, जिन्हें भाजपाई वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी का कदम कभी माफ न करने लायक लगा था।
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बाबरी विध्वंस की 25वीं बरसी पर कई लोगों की प्रतिक्रिया सामने आई। इनमें से एक प्रतिक्रिया मशहूर एक्टर संजय खान की बेटी और जूलरी डिजाइनर फराह खान की भी रही। फराह ने लाल कृष्ण आडवाणी को खरी खेटी कहते हुए उनके बाबरी मस्जिद को तुड़वाने वाले फैसले को उनका बुरा कर्म बताया है।
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उन्होंने लिखा, ‘लाल कृष्ण आडवाणी, जिसने अयोध्या में अपनी यात्रा के दौरान भारत को विभाजित करने की दिशा में आग लगा दी थी, उसके बाद बाबरी मस्जिद को तोड़ दिया, जिसने भारत का प्रधानमंत्री बनने का सपना देखा था, वह कुछ भी नहीं बल्कि एक बूढ़ा आदमी है जो टूटे हुए सपनों के साथ रहता है। जब आप अच्छा नहीं करते हैं तो आपके साथ भी अच्छा नहीं होता। #बुरा कर्म।’
फराह के इस ट्वीट पर अलग अलग प्रतिक्रिया देखने को मिली है।
LK Advani the man who ignited & fanned the flames of divided India with his march towards Ayodhya & the subsequent demolition of the Babri Masjid who dreamed of becoming PM of India is nothing but an old man with broken dreams.When you do no good, no good happens to u. #badKarma
— Farah Khan (@FarahKhanAli) December 5, 2017