9 साल इंतजार कर फिर लौटा ‘सुपरकॉप’, आते ही दबोच ली दाऊद के भाई की गर्दन

एनकाउंटर स्पेशलिस्टमुंबई। ठाणे पुलिस की ऐंटी एक्सटॉर्शन सेल ने सोमवार को अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के छोटे भाई इकबाल कासकर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने एक बिल्डर से फिरौती मांगने और फ़ोन पर धमकी देने के आरोप में इकबाल समेत चार और लोगों को गिरफ्तार किया है। लेकिन इस पूरे घटनाक्रम में एक और बड़ा नाम शामिल हुआ है जिसपर अभी तक ज्यादा लोगों का धयान नहीं गया है।

रोहिंग्या शरणार्थियों की वापसी तय, सू की बोलीं- जल्द शुरू होगी पहचान प्रक्रिया

दरअसल हम बात करे रहे है पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट और ठाणे पुलिस की ऐंटी एक्सटॉर्शन सेल के चीफ प्रदीप शर्मा की।

लंबे समय से गुमनामी की जिंदगी जी रहे शर्मा कभी मीडिया की सुर्ख़ियों में छाए रहते थे। लेकिन 9 साल के लंबे गैप के बाद अगस्त में दोबारा पुलिस ज्वाइन करते ही शर्मा ने दिखा दिया है कि अभी भी उनमे उतना ही दम बाकि है।

बता दें कि 56 वर्षीय प्रदीप शर्मा ने 35 साल पुलिस में अपनी सेवा दी है। अपनी सर्विस के दौरान शर्मा ने लश्कर-ए-तैयबा के तीन खूंखार आतंकियों समेत 113 बदमाशों का एनकाउंटर किया है।

कहा जाता है कि 90 के दशक में जब मुंबई में अंडरवर्ल्ड का बोलबाला हुआ करता था, तब प्रदीप शर्मा ही एकलौते वो शख्स थे जिनका नाम सुनने भर से ही अंडरवर्ल्ड के बड़े-बड़े दिग्गजों के पसीने छूट जाते थे।

लेकिन 2008 में तत्कालीन प्रदेश सरकार ने शर्मा को ऐसा झटका दिया जिससे उभरने में उन्हें 9 साल लग गए।

शर्मा को बिना नोटिस दिए यानि संविधान के अनुच्छेद 311 का इस्तेमाल करते हुए नौकरी से निकाल दिया गया।

हालांकि शर्मा ने हार न मानी और महाराष्ट्र ऐडमिनिस्ट्रेटिव ट्राइब्यूनल (MAT) में अपनी बर्खास्तगी को चैलेंज किया, जिसके बाद 2009 में MAT ने उनके पक्ष में फैसला सुनाया।

हालांकि MAT द्वारा अपने पक्ष में फैसला न सुनाये जाने से बौखलाई महाराष्ट्र सरकार इस फैसले के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट चली गई।

इसके बाद साल 2010 में शर्मा को एक और बड़ा झटका लगा। ये झटका उन्हें महाराष्ट्र सरकार ने नहीं बल्कि एसआईटी ने दिया था। शर्मा को गैंगस्टर लखन भइया के फेक एनकाउंटर केस एसआईटी ने गिरफ्तार कर लिया।

लेकिन 2013 में एक ट्रायल कोर्ट ने उन्हें सबूतों के अभाव में बरी कर दिया।

गौरतलब है कि शर्मा को बरी होने के बाद से ही पुलिस में वापसी का इंतजार था, जिसे कि अगस्त में गृह मंत्रालय की मंजूरी ने पूरा कर दिया।

बता दें कि ‘सुपरकॉप’ के नाम से मशहूर प्रदीप शर्मा के जीवन पर साल 2014 में एक मराठी फिल्म ‘रेगे’ भी बन चुकी है।

LIVE TV