
भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान को देश के लिए जरूरी बताते हुए भारतीय जनता पार्टी की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने कहा कि देश में 11 माह तक की आयु के एक लाख बच्चों की हर साल प्रदूषित हवा के कारण जान चली जाती है। चौहान ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट बताती है कि भारत में एक लाख आबादी में से 133 व्यक्ति प्रदूषित पर्यावरण के दुष्प्रभाव में जान गंवा देते हैं। हर वर्ष 11 माह तक के एक लाख बच्चों की मौत प्रदूषित हवा से होती है। स्वच्छता के अभाव में डेंगू, हेपेटाइटिस जैसी 15 तरह की बीमारियां पैदा होती हैं।
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उन्होंने आगे कहा कि दुनिया में महाशक्ति होने का दावा करने वाले भारत में स्वच्छता से होने वाली मौते हर देशवासी के माथे पर कलंक है। इससे अकेले सरकार नहीं निपट सकती। इससे निपटने के लिए स्वच्छता अभियान को जन आंदोलन में बदलना होगा। यही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प का सार तत्व रहा है, जिसके लिए हर देशवासी समर्पित हो।
चौहान ने कहा कि राष्ट्रपिता गांधी ने एक विचार दिया। स्वच्छता के सपने को प्रधानमंत्री मोदी ने यथार्थ में बदल कर न केवल बापू के सपने को पूरा करने का बीडा उठाया, बल्कि उन्होंने स्वामी विवेकानंद के इस कथन को भी सही साबित किया कि स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मन वास करता है।
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चौहान ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का संकल्प है कि दो अक्टूबर 2018 में जब बापू की 150वीं जयंती होगी, तब आम आदमी के रचनात्मक सहयोग से हम एक बेहतर स्वच्छ भारत में स्वस्थ पर्यावरण में सांस ले रहे होंगे। यही राष्ट्रपिता बापू के प्रति सच्ची आदरांजलि होगी। इसके लिए हमें स्वच्छता ही सेवा के संकल्प को पूर्ण मनोयोग के साथ पूरा करने में जुटना होगा।