ऐसे करें पता, चोट लगने पर हड्डी टूटी है या नहीं

कई बार आपके रास्ते में कोई चोट लग जाती है जिससे आपको काफी तेज दर्द महसूस होता है। लेकिन बावजूद इसके आपके लगता है कि यह कोई मामूली सी चोट होगी, यहीं सोच कर उस वक्त को आपके कदम आगे की ओर बढ़ जाते हैं। इस समय आपका यह ना समझ पाना कि आपकी हड्डी टूट गई है आपको बाद में भारी पड़ता है। इसलिए आज हम आपको आपकी हड्डी टूट जाने के बाद कैसे उसको समझे इस बारे में कुछ बताने जा रहे हैं।

हड्डी टूटी

करकराहट की आवाज होना

अगर आपको रास्ते में चलते समय करकर की आवाज सुनाई देती है तो समझ लीजिए कि आपकी हड्डी पर दबाव पड़ा है और वह टूट चुकी है। ऐसी अवस्था में आपको डॉक्टर के मिलने की आवश्यकता है।

सूजन

शरीर में जब भी किसी हिस्से की हड्डी टूट जाती है तो उसमें फ्लूइड और खून रिस कर नरम टिशू में भर जाता है। ऐसा तब भी होता है जब आपके शरीर के किसी हिस्से की हड्डी टूट गई हो। अक्सर हड्डी टूटने पर सूजन ही होती है।

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अंग का मुड़ना

अगर फ्रैक्चर काफी छोटा होता है तो अंग का आकार सामान्य रहता है। लेकिन जब हड्डी पूरी तरह से टूट जाती है तो उस अंग का आकार पूरी तरह विकृत हो जाता है। शरीर के किसी अंग का आकार थोड़ा या पूरी तरह से विकृति हो जाए तो संकेत बताता है कि आपकी हड्डी टूट गई है।

रंग बदलना

जिस अंग की हड्डी टूट जाती है उस स्थान पर केशिकाओं से दूर हो जाता है। टीशू के डैमेज होने से चोट का रंग बदल जाता है। चोट का रंग जितना बदला होता है फ्रैक्चर उतनी हा अधिक गहरी हो सकती है।

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क्या करें और क्या नहीं

  • शरीर के किसी भी अंग पर प्लास्टर बंधा होने पर उस हिस्से को तकिये की मदद से थोड़ा सा ऊपर उठाकर रखना चाहिए। इससे शरीर का रक्त संचालन ठीक बना रहता है।उस अंग को कितने आराम की आवश्यकता है, इसकी भी पूरी जानकारी लें। अधिक हिलाने डुलाने से हड्डी देर से जुड़ सकती है और खिसक भी सकती है।
  • प्लास्टर बंधे रहने के दौरान हमेशा अपनी उंगलियों को घुमाते रहना चाहिए वर्ना अंग के सुन्न पड़ जाने का खतरा रहता है। प्लास्टर लगवाने के बाद डॉक्टर से जानकारी ले लें कि प्लास्टर लगे अंग को कितना हिलाना डुलाना चाहिए, कितना काम उस अंग से लेना चाहिए और कितना वजऩ उस अंग पर डालना चाहिए।
  • प्लास्टर लगने पर कभी भी पेंसिल या किसी नुकीली वस्तु से मत खुजलाएं। इसके अन्दर लगने पर इन्फेक्शन भी हो सकता है। प्लास्टर को पानी से बचा कर रखें।अगर प्लास्टर के दौरान आपकी उँगलियों में दर्द होने लगे या वे सुन्न पड़ जायें और उनमें कालापन आ जायें तो तुरंत अपने नजदीकी डॉक्टर से सलाह लें।
  • बिना डॉक्टर की मदद के कभी भी खुद से प्लास्टर को न काटें, न ही छोटा करें।।समय से पहले प्लॉस्टर काट देने से हड्डी मुड़ सकती है और कच्ची भी जुड़ सकती है। मालिश, खींचतान और सिंकाई हड्डी को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं।
  • आमतौर पर प्लास्टर 3 सप्ताह से 6 सप्ताह के लिए हड्डी टूटने वाले स्थान पर लगाए जाते हैं। मल्टीपल बोन्स टूटने या एक ही हड्डी में कई जगह टूटने की स्थिति में प्लॉस्टर 2 माह से 3 माह तक भी लगाना पड़ सकता है।

 

 

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