Dilip Chhabria Scam: एक ही कार को कई ग्राहकों को बेच लोन लेते थे मशहूर कार डिजाइनर दिलीप छाबड़िया, मुंबई पुलिस ने किया गिरफ्तार

भारत में कारों को डिजाइन करने के लिए मशहूर भारतीय ऑटोमोटिव डिजाइनर और डीसी डिजाइन के संस्थापक दिलीप छाबड़िया को मुंबई पुलिस ने हाल ही में गिरफ्तार कर लिया है। दिलीप छाबड़िया के गिरफ्तार होने के बाद से ही इसके पीछे की वजह को लेकर संशय बना हुआ है। हालांकि इतना जरूर कहा जा रहा है कि इनके खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है।

DC Avanti से दुनिया भर में हुए मशहूर

आप को बता दें, दिलीप को एक ही इंजन और चेसिस नंबर वाली कई कारों को बेचने के अलावा हाइपोथीकेशन के माध्यम से कर चोरी की योजना के लिए गिरफ्तार किया है। हालांकि अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं की गई है। डीसी डिजाइन का नेतृत्व करने वाले छाबड़िया ने भारत की पहली सुपरकार अवंती के साथ वैश्विक स्तर पर भी लोगों का ध्यान आकर्षित किया। इनकी पहली स्पोर्ट कार अवंती रेनॉल्ट-पाॅवर्ड लाॅ राइडिंग से लैस थी। जिसका बहुत कम उत्पादन चला। वाहन को बंद करने से पहले इसकी दुनिया भर में सिर्फ 127 इकाइयां बेची गईं। क्योंकि भारत ने सख्त मोटर वाहन सुरक्षा नियमों को लागू किया था।

पुलिस के अनुसार दिलीप छाबड़िया ने कथित तौर पर एक ही इंजन और चेसिस नंबर वाले कई अवंती स्पोर्ट्सकार ग्राहकों को बेचे, जो कि एक अपराध है। डीसी डिजाइन कंपनी ने ग्राहकों के रूप में अपनी कई कारों को भी खरीदा और इस योजना के लिए गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों से लेकर उन्हें थर्ड पार्टी को बेच दिया गया। इस पूरे प्रोसेस ने कंपनी को करों और जीएसटी से राहत मिली।

रिपोर्ट की मानें तो कहा जा रहा है कि छाबड़िया ने इस काल्पनिक योजना के माध्यम से अवंती की 90 से अधिक इकाइयों को बेच दिया। जबकि कर चोरी योजना के कारण सरकारी खजाने को हुए नुकसान की गणना अभी तक की जानी बाकी है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इसमें कुल 40 करोड़ का नुकसान है।

मुंबई पुलिस ने जांच में यह पाया गया कि हरियाणा में समान इंजन और चंसिस नंबर के साथ एक और डीसी अवंती है। इसके अलावा पुलिस ने यह भी पाया कि एक ही कार पर कई ऋण लिए गए थे। जो औसतन प्रति कार पर लगभग 42 लाख था। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि इस पूरी बात की जानकारी कई वीआईपी और यहां तक ​​कि एक शीर्ष बॉलीवुड अभिनेता ने पुलिस को दी।

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