
रिपोर्ट- अर्सलान समदी
लखनऊ। हिंदुस्तान में बेशक़ीमती हुनर और हुनरमंद आज भी मौजूद है जिसकी ज़िंदा मिसाल है मोहम्मद अलीम सिद्दीकी, जो भूसे और गेहूं की बालियों से बेहतरीन पोर्ट्रेट बनाते है, अपने इस हुनर में माहिर मोह्हमद अलीम को पूर्व मुख्यमंत्री अखलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के बड़े अवार्ड यश भर्ती से भी नवाज़ा था लेकिन इन दिनों मोह्हमद अलीम गुमनामी की ज़िंदगी जीने को मजबूर है।
बचपन से कुछ नया मुक़ाम हासिल करने की ख्वाहिश और आर्ट का शौक रखने वाले नवाबों के शहर लखनऊ के मोहम्मद अलीम ने ढलती उम्र में शौक को अपना पेशा बना लिया मोह्हमद अलीम ने उर्दू आकदमी में नौकरी भी की और अपने हुनर को भी बढ़ावा देने के लिए दिन रात एक कर दिया अलीम ने उम्र के तजुर्बे के साथ गेंहू की बाली और भूसे से नायाब चीज़े बनायी है एक तरफ मोह्हमद अलीम कबीर और रहीम के दोहे संस्कृत में अपनी आर्ट के ज़रिये पोर्ट्रेट पर उतारते दिखते है तो दूसरी तरफ उर्दू अरबी ज़बान के शब्दो में काबा शरीफ की तस्वीर को अपने हुनर से सजाते नज़र आते है।
अलीम के इस हुनर की न कदरी से वो मायूस है हालांकि वह पिछली हुकूमत का शुक्रिया अदा करते हुए कहते है के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यूपी का बड़ा सम्मान यश भारती से मुझे और मेरे हुनर को नवाज़ा था लेकिन इन दिनों उनकी ज़िंदगानी मुफलिसी में कटने के साथ गुमनामी में खोती जा रही।
पुराने लखनऊ की तंग गलियों से अपने हुनर से अपनी पहचान बनाने वाले अलीम बताते है के ज़र्रे ज़र्रे में ईश्वर की क़ुदरत है कुछ नया कर गुज़रने की चाहत ने उनको इस हुनर से पढ़ाई के ज़माने से ही जोड़ दिया था उन्होंने भूसे और गेहूं की बलियो से अपने हुनर को आगे बढ़ाने की वर्षो पहले दिल मे ठान ली थी जिस्से उन्हें काफी नाम और शौहरत भी हासिल हुई और कई अवार्ड से भी नवाज़ा गया लेकिन अब किसी इनकम के न चलते वह मायूस है उनका कहना है के यश भारती अवार्ड से जो पेंशन पिछली सरकार ने देना शुरू की थी वह यह कहकर इस सरकार में बंद कर दी गयी, यश भारती से जो पेंशन की रक़म हासिल होती थी उसको अपने हुनर में लगा कर आगे बढ़ाये जाने में मदद मिलती थी जो अब बंद कर दी है।
यह भी पढ़े: योगी के मंत्री ने बताया भाजपा के काम करने का तरीका
सरकारे एक तरफ रोज़गार और हुनरमंद लोगो को लेकर संजीदगी की बात कहती है लेकिन ज़मीनी हक़ीक़त जुदा नज़र आती है ज़रूरत इस बात की है के मोह्हमद अलीम जैसे हुनरमंद को सरकार ख़ास तवज्जो दे जिस्से अलीम जैसे तमाम लोग अपने हुनर को लेकर देश और दुनिया मे भारत का नाम रौशन कर सके।